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लखनऊ ।। यूपी में चुनावी पारा सांतवे आसमान पर है। यहां पांचवें दौर की वोटिंग कल होगी। अमेठी, सुलतानपुर, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, गोंडा, बहराइच, श्रवस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती और संत कबीरनगर जिले में वोटिंग को लेकर प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है। इस चरण में नौ मंत्रियों समेत 607 प्रत्याशी की प्रतिष्ठा दाव पर है।

अमेठी सीट पर गायत्री प्रसाद प्रजापति, अकबरपुर से राममूर्ति वर्मा, तरबगंज क्षेत्र से विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह, मिल्कीपुर से अवधेश प्रसाद, अयोध्या से पवन पांडेय, जलालपुर से शंखलाल मांझी, मटेरा सीट पर यासर शाह, महादेवा सुरक्षित क्षेत्र से रामकरन आर्य तथा गैंसड़ी सीट से शिव प्रताप यादव शामिल हैं।

पांचवें चरण में विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय की प्रतिष्ठा दाव पर है। वह इसके पहले लोकसभा चुनाव भी हार चुके हैं, बसपा प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर, पीस पार्टी मुखिया डॉ. अय्यूब, भाजपा सांसद ब्रजभूषण सिंह के पुत्र प्रतीक भूषण सिंह, पूर्व मंत्री राजकिशोर सिंह व योगेश प्रताप सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के नजदीकी उमेश्वर पांडेय और बसपा सरकार में मंत्री रहे लालजी वर्मा जैसे नेताओं के भाग्य का भी फैसला होगा।

पांचवें चरण में अवध और पूर्वाचल क्षेत्र के 11 जिलों के 51 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले जाएंगे। सपा प्रत्याशी चंद्रशेखर कनौजिया की मृत्यु के कारण अंबेडकरनगर की आलापुर सीट पर मतदान नौ मार्च को होगा।

सर्वाधिक 24 उम्मीदवार अमेठी सीट पर हैं। वहीं सबसे कम छह प्रत्याशी सिद्धार्थनगर की कपिलवस्तु और इटवा सीटों पर हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में पांचवें चरण वाली सीटों में से 37 पर समाजवादी पार्टी काबिज हुई थी। बलरामपुर, सुलतानपुर, श्रवस्ती व अंबेडकरनगर सपा की झोली में गई थीं। वहीं पांच-पांच सीटों पर भाजपा व कांग्रेस और तीन पर बसपा के प्रत्याशी जीते थे। पीस पार्टी दो सीटों पर जीती थी।

इस चरण में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का संसदीय क्षेत्र अमेठी भी आता है। अमेठी सीट पर गायत्री प्रसाद प्रजापति अमेठी राजघराने के वारिस व कांग्रेस सांसद संजय सिंह की दोनों पत्नियों के साथ त्रिकोणीय संघर्ष में फंसे हैं। संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है, तो कांग्रेस के टिकट पर अमिता सिंह चुनावी जंग में हैं।