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Up kiran,Digital Desk : गाजा में हालात दिन-ब-दिन और भयावह होते जा रहे हैं। यहां का कोई भी नागरिक खुद को पूरी तरह सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहा। पिछले डेढ़ महीने के भीतर, खाद्य सामग्री वितरण केंद्रों के आसपास हुई गोलीबारी में करीब 798 लोगों की जान जा चुकी है।

यह आंकड़ा संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय ने साझा किया है। इनमें से 615 लोग उन केंद्रों के आसपास मारे गए, जहां से जीएचएफ नामक संस्था खाद्य सामग्री का वितरण कर रही थी। हालांकि, अमेरिका और इजरायल के समर्थन वाली यह संस्था कई घटनाओं से इनकार कर रही है।

संयुक्त राष्ट्र की प्रवक्ता रवीना शामदासानी ने बताया कि 27 मई से 7 जुलाई के बीच मारे गए लोगों की जानकारी पीड़ित परिवारों, गाजा में कार्यरत संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और अन्य विश्वसनीय स्त्रोतों से एकत्र की गई है।

चार महीने बाद ईंधन आपूर्ति को मिली मंजूरी

गाजा में शुक्रवार को एक राहतभरी खबर आई जब 130 दिनों बाद इजरायल ने पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति की अनुमति दी। शुरुआत में 75,000 लीटर ईंधन पहुंचाया जाएगा, जिसे संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियां वितरित करेंगी।

तीन महीने बाद शुरू हुई राहत सामग्री की आवाजाही

करीब तीन महीनों तक खाद्य और जरूरी वस्तुओं की आवाजाही पूरी तरह रोक दी गई थी। मई की शुरुआत में इजरायली सेना ने सीमित मात्रा में राहत सामग्री को गाजा में पहुंचाने और वितरण की अनुमति दी थी, जो जीएचएफ संस्था के माध्यम से वितरित की जा रही है।

जहां एक ओर राहत सामग्री की आपूर्ति शुरू होना उम्मीद की एक किरण है, वहीं दूसरी ओर गोलीबारी की घटनाएं गाजा की आम जनता की तकलीफें और बढ़ा रही हैं।

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