img

Up Kiran, Digital Desk: हरियाणा के गुरुग्राम में एक नवविवाहित जोड़े की शाम की शांति उस वक्त एक भयावह त्रासदी में बदल गई, जब हल्के-फुल्के मज़ाक के दौरान पत्नी की जान चली गई। उड़ीसा से बेहतर जीवन की तलाश में आए इस दंपती का सपना टूट गया, और पीछे रह गई सिर्फ यादें और पछतावा।

मुस्कान भरे पलों में छिपा था अनहोनी का संकेत

उड़ीसा के गंजम जिले से ताल्लुक रखने वाले दुर्योधन राव और उनकी 22 वर्षीय पत्नी पार्वती बीते ढाई साल से साथ थे। शादी के बाद उन्होंने मिलकर गुरुग्राम के DLF फेज 3 इलाके में एक फ्लैट किराए पर लिया था। यहां दुर्योधन एक निजी कंपनी में सोशल मीडिया मॉडरेटर के रूप में कार्यरत थे, जबकि पार्वती एक कॉल सेंटर में एग्जीक्यूटिव की नौकरी करती थीं। दोनों अपने भविष्य को लेकर काफी आशावान थे।

15 जुलाई की शाम, दोनों अपने फ्लैट की छत पर मौसम का आनंद लेने और दिनभर की थकान मिटाने गए थे। सब कुछ सामान्य था — हंसी, बातचीत और हल्के मज़ाक लेकिन तभी एक मज़ाक उनकी ज़िंदगी का सबसे बड़ा दुःस्वप्न बन गया।

“अगर मैं गिर जाऊं तो क्या तुम मुझे बचा लोगे?” — और फिर...

छत की दीवार पर बैठते हुए पार्वती ने हँसते हुए पति से सवाल किया, “अगर मैं गिर गई तो क्या तुम मुझे थाम लोगे?” यह कहते हुए वह किनारे पर बैठ गई, पैरों को दोनों ओर लटकाते हुए। दुर्योधन ने तुरंत गंभीर होकर उसे नीचे उतरने को कहा, लेकिन पार्वती ने इस बात को मज़ाक में लिया।

दुर्योधन ने जब उसे कसमें देकर समझाया कि अगर वह नीचे नहीं उतरी तो खाना नहीं खाएंगे, तब जाकर पार्वती दीवार से नीचे उतरने लगी। लेकिन तभी अचानक उसका संतुलन बिगड़ गया और वह चौथी मंजिल की ऊंचाई से लटक गई।

दो मिनट तक संघर्ष, फिर छूट गया साथ

दुर्योधन ने बिना एक पल गंवाए उसे पकड़ लिया और अपनी बाहों में थामे रखा। करीब दो मिनट तक वे उसे कसकर पकड़े रहे, मदद के लिए चिल्लाते भी रहे, लेकिन आसपास कोई नहीं था। हाथ थकने लगे, शरीर पसीने से तर हो गया और घबराहट बढ़ती गई। आखिरकार पार्वती उनके हाथों से फिसल गई और सीधे नीचे गिर पड़ी।

नीचे गिरते वक्त छत से टकराने के कारण दुर्योधन के हाथ और छाती पर भी खरोंचें आ गईं। वह तुरंत दौड़कर नीचे पहुंचे, पत्नी को गोद में उठाया और तुरंत अस्पताल लेकर भागे।

रास्ते भर दर्द में कराहती रही, लेकिन उम्मीद बनी रही

अस्पताल ले जाते समय पार्वती दर्द से चीखती रही। दुर्योधन उसे दिलासा देते रहे कि सब कुछ ठीक हो जाएगा, वह ठीक हो जाएगी। लेकिन अस्पताल पहुंचने के लगभग आधे घंटे के अंदर ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण सिर व शरीर पर गंभीर चोटें पाया गया। पुलिस की जांच में पाया गया कि यह पूरी तरह से एक दुखद दुर्घटना थी, न कि कोई आपराधिक मामला।

--Advertisement--