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Kailash Gehlot Resignation: दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक एक महीने पहले आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता कैलाश गहलोत का पार्टी से इस्तीफा देना राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर रहा है। आप सांसद संजय सिंह ने इस इस्तीफे को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की "गंदी राजनीति" और साजिश का हिस्सा बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने गहलोत पर 112 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर उन पर दबाव डाला, जिसके चलते उन्हें पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।

संजय सिंह ने कहा, "कैलाश गहलोत का इस्तीफा भाजपा की साजिश का परिणाम है। ईडी और आयकर विभाग ने उनके खिलाफ छापे मारे, जिससे उन्हें भाजपा में शामिल होने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।"

आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव नजदीक आने के साथ ही भाजपा की साजिशें शुरू हो गई हैं। उन्होंने बताया कि गहलोत पर ईडी और सीबीआई के कई मामले चल रहे थे, और उन्होंने जेल जाने के बजाय भाजपा में शामिल होना उचित समझा।

इस बीच, भाजपा नेता मनोज तिवारी ने गहलोत के इस्तीफे पर आप की आलोचना की। उन्होंने कहा कि गहलोत का इस्तीफा आप पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है और इससे यह स्पष्ट होता है कि पार्टी का राज्य की सेवा करने का इरादा नहीं है। तिवारी ने यह भी कहा कि गहलोत के इस्तीफे के बाद अन्य नेता भी पार्टी छोड़ने पर विचार कर सकते हैं।

यह घटनाक्रम दिल्ली की राजनीति में एक नई दिशा को इंगित करता है, जहां भाजपा और आप के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। आगामी विधानसभा चुनावों में यह राजनीतिक ड्रामा और भी दिलचस्प मोड़ ले सकता है।

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