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Up Kiran, Digital Desk: भारत, जिसे दुनिया में सबसे बड़ा गोल्ड कंज्यूमर माना जाता है, ने एक बार फिर अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर इस उपाधि को साबित कर दिखाया है। 1 मई 2025, बुधवार को देशभर में सोने और चांदी की जमकर खरीदारी देखने को मिली, और खास बात ये रही कि रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची कीमतों ने भी लोगों के उत्साह को कम नहीं किया।

जहां बीते वर्ष की तुलना में सोने की कीमतों में करीब 36% की बढ़ोतरी दर्ज की गई, वहीं खरीदारी में भी 35% की वैल्यू ग्रोथ का अनुमान लगाया जा रहा है। इसका साफ मतलब है कि भारत में सोना सिर्फ आभूषण नहीं, बल्कि संस्कृति, निवेश और परंपरा का प्रतीक है।

 रिकॉर्ड दाम पर भी बिकी भारी मात्रा में सोना: 98,550 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंचा भाव

दिल्ली में बुधवार को सोने की कीमत टैक्स सहित ₹98,550 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई, जबकि 2024 में अक्षय तृतीया के दिन यह दर ₹72,300 थी। यानि एक साल में लगभग ₹26,000 की उछाल।

इसके बावजूद, ग्राहकों का उत्साह कम नहीं हुआ। गोल्ड ज्वैलर्स के संगठन अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद (GJC) के चेयरमैन राजेश रोकड़े के अनुसार,

“जो लोग ऊंची कीमतों पर खरीदने से हिचकिचा रहे थे, वे अब आश्वस्त हैं कि कीमतें अब स्थिर हैं और और अधिक नहीं बढ़ेंगी, इसलिए वे खरीदारी कर रहे हैं।”

उन्होंने आगे बताया कि बिक्री की मात्रा (Quantity) 20 टन के आसपास ही रह सकती है, लेकिन वैल्यू के लिहाज से 35% की वृद्धि संभावित है।

दक्षिण भारत में सुबह से भीड़, उत्तर भारत में शाम को उमड़ा बाजार

इस बार अक्षय तृतीया पर ग्राहकों की संख्या में भी बड़ा बदलाव देखने को मिला।

दक्षिण भारत में जहां सुबह के समय से ही खरीदारी शुरू हो गई, वहीं

उत्तर भारत और महाराष्ट्र में शाम के समय ग्राहकों की भीड़ उमड़ी।

यह ट्रेंड इस बात को दर्शाता है कि अक्षय तृतीया की परंपरा अब सिर्फ दक्षिण भारत तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह पूरे भारत में एक गोल्डन इवेंट बन चुकी है।

 युवा भी खरीद रहे हैं सोना-चांदी: 25-40 साल के खरीदारों में दिखा नया ट्रेंड

इस बार अक्षय तृतीया पर एक और दिलचस्प ट्रेंड देखने को मिला—25 से 40 साल की उम्र के लोग, जो अब तक ज्यादा निवेश-केंद्रित रहते थे, अब वे भी सोना-चांदी की खरीदारी में रुचि दिखा रहे हैं।

राजेश रोकड़े के मुताबिक:

“मंगलसूत्र, चेन जैसे पारंपरिक आभूषणों की मांग तो बढ़ी ही है, साथ ही चांदी के बर्तन और निवेश के लिए सिल्वर कॉइंस की बिक्री में भी जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है।”

इससे साफ है कि अब सोने-चांदी की खरीदारी सिर्फ पारंपरिक सोच तक सीमित नहीं, बल्कि नई पीढ़ी का भरोसा भी इस दिशा में बढ़ रहा है।

 वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल का नजरिया: कीमतें ऊंची, लेकिन विश्वास बना हुआ है

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) भारत के सीईओ सचिन जैन का कहना है कि

“हालांकि सोने की कीमतों में बढ़ोतरी से खरीद क्षमता प्रभावित हुई है, लेकिन अक्षय तृतीया के खास महत्व और परंपरा के कारण खरीदारी की भावना पर इसका असर नहीं पड़ा।”

यह बयान दर्शाता है कि गोल्ड मार्केट में ग्राहकों का भरोसा अब भी बना हुआ है और अक्षय तृतीया जैसे पर्व इसे और मजबूती प्रदान करते हैं।

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