img

Up Kiran, Digital Desk: बिहार के मुंगेर जिले में सरकारी दफ्तरों में कामकाज की लापरवाही का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां ब्लॉक ऑफिस में एक महिला के लिए जारी किया गया निवास प्रमाण पत्र किसी इंसान का नहीं, बल्कि एक ट्रैक्टर का बना दिया गया। इस अजीब घटना ने प्रशासनिक नाकामी और सिस्टम की गड़बड़ी का पर्दाफाश किया है, और अब यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है।

दरअसल, सोनालिका कुमारी नामक महिला ने अपने निवास प्रमाण पत्र के लिए ब्लॉक ऑफिस में आवेदन किया था। लेकिन जब प्रमाण पत्र उनके पास पहुंचा, तो वो देखकर हैरान रह गईं। सर्टिफिकेट पर उनकी फोटो की जगह ट्रैक्टर की तस्वीर लगी थी, और नाम-पते में भी गंभीर गड़बड़ी पाई गई थी। महिला के नाम की जगह 'सोनालिका चौधरी पिता बेगूसराय चौधरी' और मोहल्ले का नाम 'ट्रैक्टरपुर दियारा' अंकित था। इसके साथ ही पोस्ट ऑफिस का नाम भी ‘कुत्तापुर’ लिखा हुआ था, जो और भी ज्यादा चौंकाने वाला था।

मजाक नहीं, असल लापरवाही!

सोनालिका कुमारी के लिए यह घटना बिल्कुल एक मजाक जैसी प्रतीत हो रही थी, लेकिन जब उन्होंने प्रमाण पत्र की ओर ध्यान से देखा तो वे पूरी तरह चौंक गईं। सर्टिफिकेट में नाम, पता, फोटो और यहां तक कि मोहल्ले का नाम भी गलत था। इस घोर गलती ने न केवल महिला को परेशान किया, बल्कि पूरे सरकारी सिस्टम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए।

एसडीएम ने लिया तुरंत एक्शन

इस सर्टिफिकेट का वायरल होना प्रशासन के लिए सिरदर्द बन गया। मामला बढ़ने पर एसडीएम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस सर्टिफिकेट को रद्द करने का आदेश दिया। प्रशासन ने यह माना कि यह घटना सरकारी कार्यालयों में हो रही गड़बड़ी और लापरवाही का प्रमाण है।

इस घटनाक्रम ने यह साफ कर दिया कि सरकारी दफ्तरों में दस्तावेज़ों के निर्माण में सावधानी की भारी कमी है। कई लोग इस घटना को प्रशासनिक विफलता के तौर पर देख रहे हैं, जो सरकारी कार्यों में गलतियां होने के लिए जिम्मेदार है।

सिस्टम की गलती और उसकी जिम्मेदारी

अब यह सवाल उठता है कि इस प्रकार की गड़बड़ियां किसके नियंत्रण में होती हैं और क्यों ऐसी घटनाओं को रोका नहीं जाता। प्रशासन को न केवल इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए, बल्कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। इस लापरवाही ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि सरकारी व्यवस्था में सुधार की बेहद आवश्यकता है।

निवास प्रमाण पत्र की गड़बड़ी ने एक गंभीर मुद्दे को उजागर किया है।

--Advertisement--