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Up Kiran , Digital Desk: एक ओर जहां भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव चरम पर है, वहीं दूसरी तरफ सऊदी अरब के एक वरिष्ठ मंत्री का भारत दौरा हुआ है। रिपोर्ट्स के अनुसार, सऊदी अरब के विदेश राज्य मंत्री अदेल अल-जुबेर ने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि सऊदी विदेश राज्य मंत्री का यह दौरा पूर्व निर्धारित था।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस मुलाकात की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर साझा की। अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा, "आज सुबह सऊदी अरब के विदेश राज्य मंत्री अदेल अल-जुबेर के साथ अच्छी बैठक हुई। आतंकवाद का दृढ़ता से मुकाबला करने के बारे में भारत के दृष्टिकोण को साझा किया।"

भारत की कार्रवाई से पाकिस्तान में बौखलाहट

यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब भारत ने हाल ही में पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की है। बुधवार को भारतीय सेना ने पाकिस्तान में आतंकवादियों के 9 ठिकानों पर मिसाइल से हमला किया था, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने की खबर है। इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्यों की भी मौत हुई बताई जा रही है। इस कार्रवाई के बाद मसूद अजहर ने एक बयान जारी कर अपना दुख व्यक्त किया और भारत को गीदड़भभकियां भी दीं। वहीं, इस हमले के बाद से पाकिस्तानी सेना सीमा पार से लगातार भारतीय क्षेत्रों में फायरिंग और शेलिंग कर रही है, जिसमें निर्दोष भारतीय नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है।

आतंकवाद के खिलाफ इजरायल और भारत एकजुट

इस बीच, आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई को इजरायल का भी पुरजोर समर्थन मिला है। इजरायल में भारतीय दूतावास ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "भारत आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता का पक्षधर है। पिछले एक दशक में सीमा पार से होने वाले आतंकवादी हमलों में हमने 350 से ज्यादा निर्दोष भारतीय नागरिकों को खोया है। 600 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों ने अपनी जान कुर्बान की है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और इजराइल एक साथ खड़े हैं।"

इसके अतिरिक्त, भारत में इजरायल के राजदूत रियुवेन अजार ने भी 'एक्स' पर लिखा, “इजराइल भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है। आतंकवादियों को पता होना चाहिए कि निर्दोष लोगों के खिलाफ उनके जघन्य अपराधों से बचने के लिए उन्हें कहीं छिपने की जगह नहीं है।” सऊदी मंत्री की भारत यात्रा और इजरायल के समर्थन से यह स्पष्ट होता है कि आतंकवाद के मुद्दे पर भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण समर्थन मिल रहा है, जबकि पाकिस्तान अपनी हरकतों के कारण अलग-थलग पड़ता दिख रहा है।

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