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Up Kiran, Digital Desk: बाढ़ की मार झेल रहे राघोपुर विधानसभा क्षेत्र के लोग एक बार फिर से राजनीतिक हस्तियों के ध्यान में आए हैं, लेकिन इस बार विषय है सहयोग और संवेदनशीलता। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई के विधानसभा क्षेत्र से आई बाढ़ पीड़ित महिलाओं और पुरुषों के प्रति सहानुभूति जताते हुए एक मिसाल पेश की है।

आम जनता के बीच पहुंचकर दी राहत

हाल ही में तेज प्रताप यादव ने अपने आवास पर बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए खाना परोसा और उनकी देखभाल की। देर रात जब उन्हें पता चला कि राघोपुर के कुछ बाढ़ पीड़ित उनके आवास के बाहर सुरक्षा कक्ष में बैठे हैं, तो उन्होंने खुद वहां जाकर उनकी स्थिति जानने का प्रयास किया। उनके इस कदम ने न केवल प्रभावित लोगों को राहत दी बल्कि यह भी बताया कि नेताओं का असली काम जनता के साथ खड़ा होना है।

भोजन, पानी और आर्थिक मदद से राहत मिली

तेज प्रताप ने प्रभावितों को अपने आवास में ठहराया और खाने-पीने का इंतजाम किया। इसके साथ ही जरूरतमंदों को आर्थिक सहायता भी प्रदान की गई। उन्होंने इस मौके पर कहा कि गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करना ही सच्चे भगवान की सेवा है। इस वीडियो को तेज प्रताप की बहन रोहिणी आचार्य ने भी साझा किया, जिससे यह बात राजनीतिक और सामाजिक दोनों ही क्षेत्रों में चर्चा का विषय बनी।

राजनीति से परे इंसानियत का संदेश

पिछले कुछ दिनों में तेज प्रताप यादव का बाढ़ प्रभावितों के प्रति विशेष ध्यान देखा गया है। कुछ दिन पहले उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वे बाढ़ पीड़ित परिवार के घर जाकर उनकी स्थिति समझते हुए खुद पानी से अपना चेहरा धोते दिखे। इससे यह साफ हो गया कि वह केवल राजनीतिक लाभ के लिए नहीं, बल्कि सच में जनता की भलाई के लिए काम कर रहे हैं।

तेज प्रताप की संवेदनशीलता ने बढ़ाई उम्मीदें

राघोपुर विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ पीड़ितों को मिली मदद ने स्थानीय जनता में एक नई उम्मीद जगा दी है। ऐसे कार्य न केवल प्रभावित लोगों के लिए सहारा बनते हैं बल्कि यह दर्शाते हैं कि राजनीति में भी मानवता की जगह हो सकती है। तेज प्रताप यादव की पहल इस बात का सबूत है कि जरूरतमंदों के लिए करुणा और सेवा भाव सबसे बड़ा हथियार हो सकता है।