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Up Kiran, Digital Desk: आप जो मसाले अपनी रसोई में इस्तेमाल कर रहे हैं, वे कितने शुद्ध हैं? यह सवाल इसलिए खड़ा हुआ है क्योंकि हैदराबाद में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमों ने जब मसाला बनाने वाली फैक्ट्रियों और गोदामों पर छापेमारी की, तो उनके होश उड़ गए। शहर भर में कई जगहों पर हुई इस कार्रवाई में बड़े पैमाने पर मिलावट और गंदगी का खुलासा हुआ है, जो आपकी सेहत के साथ सीधा खिलवाड़ है।

टास्क फोर्स की टीमों ने जब इन मसाला यूनिट्स पर छापा मारा तो वहां का मंजर हैरान करने वाला था:

गंदगी का अंबार: कई जगहों पर मसाले बेहद गंदे और अस्वास्थ्यकर माहौल में बनाए और पैक किए जा रहे थे। चारों तरफ धूल, जाले और कीड़े-मकौड़े थे।

हानिकारक रंगों और केमिकल का इस्तेमाल: मसालों को ज्यादा आकर्षक दिखाने के लिए उनमें मिलावट की जा रही थी। हल्दी, मिर्च और दूसरे मसालों में नकली रंग और सेहत के लिए खतरनाक केमिकल मिलाए जा रहे थे।

एक्सपायर्ड और खराब माल: कुछ गोदामों से तो भारी मात्रा में एक्सपायर हो चुका और खराब माल भी जब्त किया गया, जिसे दोबारा पैक करके बाजार में बेचने की तैयारी थी।

न लाइसेंस, न नियम: ज्यादातर यूनिट्स के पास FSSAI का लाइसेंस तक नहीं था और न ही वे खाद्य सुरक्षा के किसी नियम का पालन कर रहे थे। पैकिंग पर कोई लेबलिंग नहीं थी, जिससे पता चल सके कि माल कब बना और कब तक इस्तेमाल के लिए सुरक्षित है।

क्या कार्रवाई हुई: अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मिलावटी और खराब मसालों के पूरे स्टॉक को जब्त कर लिया है और इन यूनिट्स के मालिकों को नोटिस जारी किया है। जांच के बाद इन पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें भारी जुर्माना और जेल भी हो सकती है।

यह घटना हम सभी के लिए एक चेतावनी है। अगली बार जब आप मसाले खरीदें, तो किसी भरोसेमंद ब्रांड का ही खरीदें और पैकिंग पर FSSAI का लोगो और तारीख जरूर जांच लें, क्योंकि आपकी सेहत आपके ही हाथों में है।