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Up Kiran, Digital Desk: राजधानी और आसपास के इलाकों में इन दिनों तेज़ बारिश और उमस भरा मौसम लोगों की सेहत पर असर डाल रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि मौसम बदलने के इस दौर में सबसे ज़्यादा खतरा इम्यून सिस्टम पर होता है। ठंडी-गर्म हवाओं के बीच सर्दी-जुकाम, फ्लू और खांसी के मरीज बढ़ने लगते हैं। ऐसे में लोग घरेलू नुस्खों की ओर रुख करते हैं और इनमें सबसे असरदार मानी जाती है पुदीने की चाय।
क्यों खास है पुदीने की चाय?
पुदीना सदियों से आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धति का हिस्सा रहा है। इसमें मौजूद मेंथॉल न सिर्फ स्वाद और ठंडक देता है बल्कि कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता है।
सर्दी-जुकाम में राहत
बदलते मौसम में जब सर्दी-जुकाम सिर पर चढ़ आता है, तो पुदीने की चाय रामबाण की तरह काम करती है। इसकी एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण सांस की नली को साफ करने, बलगम तोड़ने और इंफेक्शन कम करने में मदद करते हैं।
पाचन शक्ति का सुधार
यह चाय पाचन के लिए भी फायदेमंद मानी जाती है। पुदीने का मेंथॉल पाचन तंत्र की मांसपेशियों को आराम पहुंचाता है, जिससे गैस, पेट दर्द, ऐंठन और अपच जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। यही नहीं, यह इरिटेबल बाउल सिंड्रोम से परेशान लोगों के लिए भी दवा जैसी असर करती है।
इम्यूनिटी को करता है मजबूत
जब शरीर कमजोर पड़ने लगता है तो पुदीने की चाय आपकी ढाल बन सकती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और कफ-निवारक गुण संक्रमण से रक्षा करते हैं और बैक्टीरिया से लड़ने में मददगार साबित होते हैं।
श्वसन संबंधी दिक्कतों में सहायक
अगर गले में खराश हो या बलगम जम गया हो, तो पुदीना राहत पहुंचाता है। इसमें मौजूद मेंथॉल ताज़गी और ठंडक का एहसास दिलाकर फेफड़ों में जमी गांठ को धीरे-धीरे खोलने में मदद करता है।
तनाव से दिलाए छुटकारा
दिनभर की भागदौड़ और टेंशन के बीच पुदीना शांति का एहसास कराता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर और दिमाग दोनों को रिलैक्स करने में मददगार होते हैं।
ओरल हेल्थ में असरदार
मुंह की दुर्गंध से परेशान लोग अगर रोज़ाना पुदीने की चाय पिएं, तो सांसों में ताजगी बनी रहती है। इसमें मौजूद जीवाणुरोधी गुण मसूड़ों और मुंह की सेहत सुधारने में मदद करते हैं।
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