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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर अपने पाँचवें दिन भी सक्रिय रूप से अपना गहन शोध एजेंडा जारी रखे हुए हैं। उनकी मिशन में प्रतिबद्धता और वैज्ञानिक अन्वेषण के प्रति समर्पण स्पष्ट रूप से दिख रहा है, जो भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

आईएसएस पर रहते हुए, शुभांशु शुक्ला विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोगों और अध्ययनों को अंजाम दे रहे हैं, जो अंतरिक्ष में जीवन, मानव स्वास्थ्य और पृथ्वी से संबंधित नई खोजों के लिए महत्वपूर्ण हैं। हर दिन के साथ, वे निर्धारित शोध प्रोटोकॉल का पालन करते हुए महत्वपूर्ण डेटा एकत्र कर रहे हैं।

शुभांशु शुक्ला उन पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों में से हैं जिन्हें इस प्रतिष्ठित मिशन के लिए चुना गया है, और उनकी सफलता गगनयान जैसे भारत के भविष्य के मानव अंतरिक्ष मिशनों के लिए मार्ग प्रशस्त कर रही है। उनका यह कठोर कार्य न केवल वैज्ञानिक ज्ञान को आगे बढ़ाएगा, बल्कि युवा पीढ़ी को विज्ञान और अंतरिक्ष अन्वेषण में करियर बनाने के लिए भी प्रेरित करेगा।

यह मिशन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की क्षमताओं और वैश्विक अंतरिक्ष कूटनीति में भारत की बढ़ती भूमिका को भी रेखांकित करता है। शुभांशु का हर दिन का प्रदर्शन यह सुनिश्चित कर रहा है कि भारत अंतरिक्ष अन्वेषण में एक प्रमुख भागीदार के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत कर रहा है।

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