Sakshi Malik updates: ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पूर्व पहलवान साक्षी मलिक ने पहलवान से राजनेता बनी बबीता फोगट पर सनसनीखेज इल्जाम लगाया कि वह तत्कालीन कुश्ती संघ प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को हटाकर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) का अध्यक्ष बनना चाहती थीं।
उन्होंने कहा, "जबकि मुझे पता है कि सिंह के शासन को खत्म करना विनेश फोगट और बजरंग पुनिया का प्राथमिक लक्ष्य था, मैंने यह सोचने की गलती की कि बबीता का भी यही एकमात्र इरादा था।"
साक्षी ने कहा, ''वह (बबीता) सिर्फ सिंह से छुटकारा नहीं चाहती थीं, बल्कि वो उनकी जगह किसी और को लाना चाहती थीं।'' इस दावे पर टिप्पणी के लिए बबीता से तत्काल संपर्क नहीं हो सका।
कथित यौन उत्पीड़न मामले को लेकर सिंह के खिलाफ लंबे समय से चले आ रहे विरोध प्रदर्शन के तीन प्रमुख चेहरों में से एक साक्षी ने हाल ही में प्रकाशित अपनी पुस्तक 'विटनेस' में यह बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि उनके विरोध में तब दरार आ गई जब बजरंग और विनेश के करीबी लोगों ने उनके दिमाग में लालच भरना शुरू कर दिया।
साक्षी ने यह भी इल्जाम लगाया कि पूर्व पहलवान बबीता फोगाट, जो अब भाजपा की राजनीतिज्ञ हैं, उनके स्वार्थी इरादे थे, हालांकि उन्होंने खुद को प्रदर्शनकारी तिकड़ी का शुभचिंतक बताया था।
तीनों ने आरोप लगाया था कि भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख शरण सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया था। इस मामले की सुनवाई अभी भी दिल्ली की एक कोर्ट में चल रही है।
डब्ल्यूएफआई के निलंबन के बाद कुश्ती का प्रशासन संभालने वाली तदर्थ समिति ने बजरंग और विनेश को 2023 एशियाई खेलों के ट्रायल से छूट दे दी थी, मगर साक्षी ने अपने सहयोगियों के सुझाव के मुताबिक ये छूट नहीं लेने का फैसला किया।
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