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Up Kiran, Digital Desk: फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाकर गरीबों से ठगी करने वाले गिरोह के एक और सदस्य को साइबर थाना पुलिस ने रविवार को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। आरोपी प्रवीन कुमार को स्थानीय पुलिस की मदद से पकड़ा गया और 24 घंटे के भीतर कोर्ट में पेश कर दिया गया। इस मामले में पहले से ही एक अन्य आरोपी रामकुमार यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

आरोप है कि दोनों मिलकर लोगों से 4–5 हजार रुपये वसूल कर नकली आयुष्मान कार्ड बनाते थे। एसपी सोमेन्द्र मीना और एएसपी सिद्धार्थ के निर्देशन में साइबर अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत यह गिरफ्तारी हुई।

पुलिस टीम ने उपनिरीक्षक अमित यादव और उनकी टीम के साथ लखनऊ के बंथरा थाना क्षेत्र के पिपहरी गांव से प्रवीन को उसके घर के सामने से गिरफ्तार किया।

मामले की शुरुआत तब हुई जब भिटौली क्षेत्र की आमिना खातून ने अपनी सास का आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए रामकुमार यादव को 4,000 रुपये दिए। लेकिन इलाज के लिए अस्पताल पहुंचने पर पता चला कि कार्ड फर्जी है। रुपये वापस मांगने पर आरोपी ने मना कर दिया, जिसके बाद साइबर थाने में केस दर्ज हुआ।

रामकुमार से पूछताछ में प्रवीन कुमार का नाम सामने आया, जिसके बाद पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया। प्रभारी निरीक्षक सजून यादव ने बताया कि आरोपी को नियमानुसार कोर्ट में पेश किया गया है।