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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय शतरंज के उभरते सितारे, आर. प्रज्ञानानंद ने एक बार फिर अपनी असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए विश्व शतरंज में हलचल मचा दी है। उन्होंने प्रतिष्ठित फ्रीस्टाइल शतरंज टूर्नामेंट में दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी और दिग्गज मैग्नस कार्लसन को मात देकर सबको हैरान कर दिया है। यह जीत प्रज्ञानानंद के करियर की एक और बड़ी उपलब्धि है और भारतीय शतरंज के बढ़ते वैश्विक दबदबे का एक और प्रमाण है।

यह कोई साधारण जीत नहीं है, क्योंकि नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन को हराना किसी भी शतरंज खिलाड़ी के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती होती है, खासकर जब वे अपनी पूरी लय में हों। फ्रीस्टाइल शतरंज का यह प्रारूप खिलाड़ियों को पारंपरिक नियमों से कुछ हटकर, अपनी रचनात्मकता और त्वरित सोच का प्रदर्शन करने का मौका देता है, और प्रज्ञानानंद ने इस मौके को बखूबी भुनाया।

हाल के समय में, भारतीय ग्रैंडमास्टर्स मैग्नस कार्लसन के लिए कड़ी चुनौती साबित हो रहे हैं। इससे पहले भी डी. गुकेश और अर्जुन एरिगैसी जैसे युवा भारतीय खिलाड़ियों ने कार्लसन को मात देकर अपनी काबिलियत साबित की है। यह दर्शाता है कि भारतीय शतरंज अपनी एक नई पहचान बना रहा है और वैश्विक मंच पर अपनी छाप छोड़ रहा है।

प्रज्ञानानंद की यह जीत न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पूरे भारतीय शतरंज समुदाय के लिए गर्व का क्षण भी है। यह युवा खिलाड़ियों को और अधिक प्रेरित करेगी और उन्हें बड़े सपनों को पूरा करने की प्रेरणा देगी। यह मुकाबला एक बार फिर साबित करता है कि भारत के पास शतरंज में विश्व स्तर पर मुकाबला करने और जीतने की क्षमता है।

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