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Up Kiran, Digital Desk:2025 के बिहार विधानसभा चुनावों में ऐतिहासिक जीत हासिल करने के बाद, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने राज्य में सरकार गठन की प्रक्रिया में तेज़ी लाते हुए कैबिनेट के लिए मंत्रियों का चयन करने का खाका तैयार कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक, एनडीए के नेतृत्व वाले इस गठबंधन ने यह निर्णय लिया है कि राज्य में हर छह विधायकों के लिए एक मंत्री पद आवंटित किया जाएगा।

यह अहम घटनाक्रम उस बैठक के बाद सामने आया, जो शनिवार शाम दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुई। इस बैठक में जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने शिरकत की। सूत्रों का कहना है कि गठबंधन के कैबिनेट गठन के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) को सबसे अधिक मंत्री पद मिलने की संभावना है, जिसमें उसे 15 से 16 मंत्री पद मिल सकते हैं। वहीं, नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) को 14 मंत्री पद मिल सकते हैं।

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की अगुवाई में गठबंधन के हिस्से के रूप में तीन मंत्री पद दिए जा सकते हैं। वहीं, जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाली हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) को एक-एक मंत्री पद मिलने की संभावना जताई जा रही है।

एनडीए के गठबंधन में इस समय जदयू और भाजपा के अलावा अन्य क्षेत्रीय दल भी शामिल हैं। बिहार विधानसभा के हालिया चुनावों में गठबंधन ने कुल 243 सदस्यीय विधानसभा में 202 सीटें हासिल कीं, जिसमें भाजपा ने 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर जदयू को 85 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रखा। वहीं, लोजपा-रालोद गठबंधन को 19, हम (एस) को 5 और रालोद को 4 सीटें मिलीं।

विधानसभा चुनावों में शानदार जीत के बावजूद, गठबंधन ने अभी तक मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं किया है। हालांकि, इस बीच गठबंधन के विभिन्न नेताओं ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद के लिए समर्थन दिया है। खासकर, चिराग पासवान और जीतन राम मांझी ने सार्वजनिक रूप से नीतीश कुमार को शीर्ष पद पर बनाए रखने की बात की है।

इस नए गठबंधन के मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई केंद्रीय मंत्री और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भाग लेंगे। सूत्रों के अनुसार, आगामी दिनों में शपथ ग्रहण समारोह की तारीख तय की जा सकती है।

इसी बीच, मौजूदा बिहार सरकार की कैबिनेट सोमवार को एक अहम बैठक करेगी, जिसमें राज्य विधानसभा को भंग करने की मंजूरी दी जाएगी। इसके बाद नीतीश कुमार राज्यपाल अरिफ मोहम्मद खान को अपना इस्तीफा सौंपेंगे, ताकि राज्य में नई सरकार का गठन प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा सके।