_1234894509.png)
Up Kiran , Digital Desk: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए 9 आतंकी कैंपों पर जबर्दस्त एयर स्ट्राइक की। भारतीय सेना नौसेना और वायुसेना ने मिलकर यह अभियान संचालित किया और इस बार भारत ने एक खास हथियार का इस्तेमाल किया – LMS ड्रोन (लो-कॉस्ट मिनिएचर स्वार्म ड्रोन)। यह ड्रोन पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर बमबारी करने के लिए बेहद प्रभावी साबित हुआ और सैकड़ों आतंकवादियों को मौत की नींद सुला दिया।
आइए जानते हैं कि यह LMS ड्रोन क्या है और क्यों इसे युद्ध के नए दौर का खतरनाक हथियार माना जाता है।
LMS ड्रोन: क्या है यह और कैसे करता है काम
LMS को ‘लो-कॉस्ट मिनिएचर स्वार्म ड्रोन’ या ‘लॉयटरिंग म्युनिशन सिस्टम’ (Loitering Munition System) के नाम से जाना जाता है। यह एक आत्मघाती ड्रोन है जिसे अपने लक्ष्य का पता चलने के बाद उस पर हमला करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ये ड्रोन अपने लक्ष्य की पहचान करने में सक्षम होते हैं और फिर वहां जाकर खुद को उड़ाकर उस जगह को नष्ट कर देते हैं।
इसके उपयोग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह ड्रोन अपने लक्ष्य को पलक झपकते ही ढूंढ निकालते हैं और फिर वहां जाकर विस्फोट कर हमला करते हैं। इनकी हिट रेट बहुत उच्च होती है जिससे आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमला किया जा सकता है। खासतौर पर हथियारों के गोदाम रडार सिस्टम कमांड सेंटर और आतंकियों के बंकर जैसे अहम टार्गेट्स को नष्ट करने में यह ड्रोन बेहद कारगर साबित होता है।
समूह में भेजे जाने पर होता है ज्यादा असरदार
जब LMS ड्रोन एक साथ समूह में भेजे जाते हैं तो ये दुश्मन की हवाई सुरक्षा को चकमा देकर कई दिशाओं से हमला करते हैं। इस रणनीति से दुश्मन को अधिक नुकसान पहुंचाने की संभावना होती है क्योंकि एक साथ किए गए हमले दुश्मन की प्रतिक्रिया को और अधिक कठिन बना देते हैं।
DRDO और प्राइवेट कंपनियों की साझेदारी से हुआ विकास
LMS ड्रोन को भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और प्राइवेट कंपनियों जैसे न्यूस्पेस रिसर्च एंड टेक्नोलॉजीज ने मिलकर तैयार किया है। यह ड्रोन आम तौर पर उपलब्ध मिसाइलों के मुकाबले काफी सस्ते होते हैं लेकिन इनका प्रभाव उतना ही खतरनाक होता है। इसके द्वारा किए गए हमले दुश्मन की सैन्य ताकत को सीधे और सटीक रूप से नष्ट करते हैं जिससे किसी भी तरह की जवाबी कार्रवाई का जोखिम भी कम हो जाता है।
एडवांस सुविधाएं
LMS ड्रोन में हाई-रेजोल्यूशन कैमरे थर्मल इमेजिंग सेंसर्स और GPS आधारित नेविगेशन सिस्टम लगे होते हैं। कुछ एडवांस संस्करणों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग जैसे तकनीकी पहलुओं का भी समावेश है जिससे ये ड्रोन और भी स्मार्ट और सटीक हो जाते हैं। इन ड्रोन का लक्ष्य पहचानने और उस पर हमला करने का तरीका बेहद प्रभावी है जो इसे दुनिया भर के सेनाओं का पसंदीदा हथियार बनाता है।
--Advertisement--