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Up Kiran, Digital Desk: भारत के चीनी उद्योग से एक बड़ी और मीठी खबर सामने आ रही है! अगले मार्केटिंग वर्ष (जो 1 अक्टूबर से शुरू होगा) में देश का चीनी उत्पादन 15 प्रतिशत बढ़कर 35 मिलियन टन (एमटी) तक पहुँचने का अनुमान है। यह बढ़ोतरी सामान्य मानसून की भविष्यवाणी के चलते संभव हो रही है, जिससे गन्ने की फसल बेहतर होगी और चीनी का उत्पादन भी बढ़ेगा।

इस बंपर उत्पादन से भारत को चीनी निर्यात फिर से शुरू करने की अनुमति मिल सकती है। आपको याद होगा कि इस साल कम उत्पादन के कारण चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। चालू मार्केटिंग वर्ष (अक्टूबर-सितंबर) में भारत का चीनी उत्पादन 30.5 मिलियन टन रहने का अनुमान है, जो पिछले साल के मुकाबले कम था। इसी वजह से घरेलू आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए निर्यात पर रोक लगानी पड़ी।

उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे प्रमुख गन्ना उत्पादक राज्यों में अच्छी फसल की उम्मीद है। यह पूर्वानुमान न केवल किसानों के लिए, बल्कि पूरे चीनी उद्योग और उपभोक्ताओं के लिए भी एक राहत भरी खबर है।

बढ़ा हुआ उत्पादन घरेलू बाजार में चीनी की कीमतों को स्थिर रखने में मदद करेगा और देश को वैश्विक चीनी बाजार में अपनी जगह फिर से बनाने का अवसर भी देगा। यह दर्शाता है कि भारतीय कृषि और उद्योग सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, और आने वाला समय चीनी उत्पादकों के लिए बेहतर हो सकता है।

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