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Up Kiran, Digital Desk: सरकार ने नया कानून ऐसा कड़क किया है कि IMEI में छेड़छाड़ करने वाले को सीधे तीन साल की जेल और पचास लाख तक जुर्माना हो सकता है। ये अपराध गैर-जमानती भी है। यानी अब जो दुकानदार या व्यक्ति चोरी का या क्लोन फोन बेचेगा उसकी शामत पक्की है।

खरीददार अब पूरी तरह सुरक्षित

अब आम आदमी को ठगी का डर नहीं सताएगा। सिर्फ एक मैसेज या एक क्लिक से पता चल जाएगा कि फोन असली है या फर्जी। DoT ने KYM नाम का टूल लॉन्च किया है जो सेकंडों में फोन की पूरी कुंडली खोल देता है। चोरी का है ब्लैकलिस्टेड है या डुप्लीकेट IMEI है सब पता चल जाता है।

दस सेकंड में फोन की असलियत पता करें

सबसे आसान तरीका है SMS। फोन में *#06# डायल करके IMEI नंबर देखें। फिर लिखें KYM स्पेस IMEI और भेज दें 14422 पर। तुरंत रिप्लाई आएगा जिसमें ब्रांड मॉडल और फोन का असली स्टेटस लिखा होगा। दूसरा तरीका Sanchar Saathi पोर्टल या ऐप है। वहां भी IMEI डालते ही पूरी डिटेल सामने आ जाती है।

IMEI ही फोन का आधार कार्ड

हर फोन का IMEI नंबर उसकी पहचान होता है। चोरी होने पर इसी से फोन ब्लॉक होता है। लोकेशन ट्रैक होती है। अब कोई इस नंबर में गड़बड़ करेगा तो सीधे जेल जाएगा। इसलिए KYM चेक करना अब हर उस व्यक्ति के लिए जरूरी है जो पुराना फोन खरीदने या बेचने की सोच रहा है।

ठगी और साइबर क्राइम पर लगेगी लगाम

इस सुविधा से नकली फोन का कारोबार लगभग बंद हो जाएगा। चोरी के फोन बाजार में नहीं बिक पाएंगे। साइबर ठगों को भी झटका लगेगा क्योंकि उनका इस्तेमाल किए गए फोन अब आसानी से पकड़े जाएंगे। उपभोक्ता को असली डिवाइस की गारंटी मिलेगी और डिजिटल इंडिया को और मजबूती मिलेगी।