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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में हाल के दिनों में आसमान से जुड़ी अफवाहें और रहस्यमयी घटनाओं ने आम जनजीवन में दहशत का माहौल बना दिया है। कभी रात में उड़ती लाल-हरी रोशनी, तो कभी पतंगों पर लगी चमचमाती लाइटें—इन सभी ने सोशल मीडिया से लेकर गांव की चौपाल तक एक ही सवाल खड़ा किया है: क्या ये ड्रोन हैं? और अगर हैं, तो किस मकसद से उड़ रहे हैं?
जनता में डर, प्रशासन में चिंता
राज्य के कई कस्बों और गांवों से ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जहाँ लोगों ने रात के समय चमकदार वस्तुएं आसमान में देखीं और उन्हें ड्रोन समझ बैठे। खासतौर पर मुजफ्फरनगर, हापुड़ और उत्तराखंड से सटे क्षेत्रों में इस तरह की हरकतों ने न केवल स्थानीय लोगों को बेचैन किया, बल्कि प्रशासन को भी सतर्क कर दिया। कुछ गांवों में तो लोग रात भर जागते रहे, आशंका थी कि कहीं यह कोई आपराधिक साज़िश न हो।
सीएम योगी की सख्त चेतावनी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बढ़ती अफवाहबाज़ी और भय फैलाने वाली गतिविधियों को गंभीरता से लिया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि उत्तर प्रदेश में अब ड्रोन उड़ाने के लिए प्रशासनिक अनुमति अनिवार्य होगी। जो भी बिना अनुमति ड्रोन उड़ाते या दहशत फैलाने की कोशिश करते पाए जाएंगे, उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज हो सकता है। ज़रूरत पड़ने पर एनएसए जैसी कड़ी धाराओं का भी सहारा लिया जाएगा।
अफवाह फैलाने वालों की करतूतें बेनकाब
मुजफ्फरनगर में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया जिन्होंने कबूतरों पर लाल और हरी एलईडी लाइटें लगाकर उन्हें उड़ाया, जिससे ड्रोन की झूठी आशंका फैल गई। वहीं हापुड़ में कुछ शरारती तत्वों ने पतंगों में लाइट लगाकर उन्हें आसमान में उड़ाया, जिससे ड्रोन जैसी रोशनी देख लोगों में डर बैठ गया। हालांकि पुलिस की तत्परता से इन मामलों का जल्द खुलासा हुआ और ज़िम्मेदारों को चेतावनी भी दी गई।
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