राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कांग्रेस में लंबे समय से चर्चा चल रही थी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लगता है कि विधानसभा इलेक्शन से पहले सीएम अशोक गहलोत को हटाकर सचिन पायलट को सत्ता सौंपने से पार्टी को कोई फायदा नहीं होगा।
कांग्रेस के बुजुर्गों के इस फैसले से युवा नेता सचिन पायलट और उनके समर्थकों को कुछ समय इंतजार करना पड़ सकता है। पार्टी अध्यक्ष समेत कई नेताओं ने पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को बताया कि नेतृत्व परिवर्तन से नुकसान हो सकता है।
कई नेताओं ने यह भी कहा है कि बदलाव से पंजाब जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। हालांकि, कांग्रेस के अभिजात वर्ग को बताया गया कि अशोक गहलोत को बजट पेश करने की इजाजत दी जानी चाहिए।
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