
Up Kiran, Digital Desk: दिल्ली के सबसे बड़े थोक बाजारों, जैसे सदर बाजार और पुरानी दिल्ली, के व्यापारियों की इन दिनों चिंता बढ़ी हुई है। उनका लाखों-करोड़ों का माल जो नेपाल भेजा जाना था, वह रास्ते में ही फंसा पड़ा है। वजह है पड़ोसी देश नेपाल में चल रही अस्थिरता और बिगड़े हुए हालात।
सदर बाजार के व्यापारी संघ के अध्यक्ष परमजीत सिंह पम्मा ने बताया कि सदर बाजार दिल्ली के सबसे बड़े थोक बाजारों में से एक है, जहां से नेपाल सहित कई देशों में बड़ी मात्रा में सामान भेजा जाता है।
कौन-कौन सा सामान फंसा है?
दिल्ली से नेपाल को बड़ी संख्या में बर्तन, क्रॉकरी, आर्टिफिशियल ज्वेलरी, खिलौने, स्टेशनरी का सामान, सिलाई का सामान, कपड़े, जूते-चप्पल और घर की सजावट के साथ-साथ गिफ्ट आइटम भी भेजे जाते हैं।
पूंजी फंसी, व्यापारी परेशान
व्यापारियों की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि उनका बहुत सारा पैसा इस माल में फंसा हुआ है। पम्मा के मुताबिक, कई व्यापारियों का माल या तो रास्ते में अटका हुआ है, या फिर नेपाल पहुंच तो गया है लेकिन वहां के खराब हालात की वजह से बिक नहीं पा रहा है। इतना ही नहीं, कुछ व्यापारियों के ऑर्डर दिल्ली में तैयार पड़े हैं, लेकिन उन्हें भेजने का रास्ता साफ नहीं हो रहा है।
इस रुकावट ने व्यापारियों को एक बड़े आर्थिक संकट में डाल दिया है। उन्हें डर है कि अगर नेपाल में स्थिति जल्द ही नहीं सुधरी, तो इससे दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे व्यापार पर भी बहुत बुरा असर पड़ सकता है।