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Up Kiran, Digital Desk: पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में लगातार बारिश ने तबाही मचा दी है। शनिवार को भारी भूस्खलन में कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि 2 लोग अब भी लापता हैं। बारिश इतनी भीषण थी कि कई घर मलबे में दब गए, सड़कों का नामोनिशान मिट गया और कुछ गांवों का संपर्क पूरी तरह टूट गया है।

मिरिक-कुर्सियांग का पुल बहा, टूरिज्म पर असर

दार्जिलिंग के मशहूर टूरिज्म हब मिरिक और कुर्सियांग को जोड़ने वाला लोहे का दुधिया पुल शनिवार सुबह ढह गया। यह हादसा करीब सुबह 5 बजे हुआ, जब बाढ़ का पानी तेजी से पुल पर चढ़ गया। पुल का टूटना पर्यटन और राहत कार्य दोनों पर भारी असर डाल रहा है।

कहर का केंद्र: सरसाली, धार गांव, जसबीरगांव

सरसाली, धार गांव (मेची), मिरिक बस्ती और मिरिक झील क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। धार गांव में कई घरों के मलबे में दबने की पुष्टि हुई है, जहां से चार लोगों को जिंदा निकाला गया। राहत दल लगातार मलबा हटाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन लगातार बारिश से ऑपरेशन में मुश्किल आ रही है।

NDRF और लोकल प्रशासन जुटा राहत में

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें मिरिक झील क्षेत्र में बचाव कार्य में लगी हैं। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग भी राहत-बचाव कार्य में सक्रिय हैं। अधिकारियों के अनुसार, भूस्खलन वाले इलाकों तक आपातकालीन वाहन पहुंचाना मुश्किल हो रहा है, क्योंकि सड़कों पर मलबा जमा है और रास्ते फिसलन भरे हैं।

टूरिस्ट्स के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी

दार्जिलिंग पुलिस ने फंसे हुए पर्यटकों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है – +91 91478 89078 पर्यटक इस नंबर पर संपर्क कर सहायता प्राप्त कर सकते हैं।