
Up Kiran, Digital Desk: ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने हाल ही में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट चैटजीपीटी (ChatGPT) के उपयोगकर्ताओं को एक महत्वपूर्ण सलाह दी है। उन्होंने उपयोगकर्ताओं से आग्रह किया है कि वे चैटजीपीटी द्वारा दिए गए उत्तरों पर आँख बंद करके भरोसा न करें और हमेशा उनकी पुष्टि (सत्यापन) करें। यह चेतावनी विशेष रूप से उन मामलों के लिए है जहाँ जानकारी संवेदनशील या महत्वपूर्ण हो।
ऑल्टमैन की यह चेतावनी एआई मॉडलों की वर्तमान सीमाओं को दर्शाती है। हालांकि चैटजीपीटी जैसे जनरेटिव एआई मॉडल अविश्वसनीय रूप से शक्तिशाली हैं और जानकारी का त्वरित उत्तर प्रदान कर सकते हैं, वे कभी-कभी "भ्रामक जानकारी" (hallucinations) दे सकते हैं या गलतियाँ कर सकते हैं।
यह गलत जानकारी उपयोगकर्ता के लिए हानिकारक हो सकती है, खासकर यदि इसका उपयोग महत्वपूर्ण निर्णयों या तथ्यों के लिए किया जा रहा हो।
उन्होंने स्पष्ट किया कि एआई एक उपकरण है, और किसी भी उपकरण की तरह, इसे मानवीय निगरानी और विवेक के साथ उपयोग किया जाना चाहिए। उनका सुझाव है कि उपयोगकर्ता हमेशा एआई-जनरेटेड सामग्री को क्रॉस-चेक करें, विशेषकर चिकित्सा सलाह, कानूनी जानकारी, वित्तीय डेटा या अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में। ऑल्टमैन का यह बयान एआई के विकास में शामिल लोगों की ओर से जिम्मेदारी और पारदर्शिता का आह्वान है।
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