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Up Kiran, Digital Desk: भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था आज भी काफी हद तक कृषि पर आधारित है। देश के करोड़ों लोग खेती के सहारे अपने परिवार का पेट पालते हैं। लेकिन कई किसान ऐसे भी हैं जिनके लिए खेतों से निकलने वाली फसलें भरपेट भोजन या घर चलाने के लिए भी पर्याप्त नहीं होतीं। इन्हीं छोटे और सीमांत किसानों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने साल 2018 में एक महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की थी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना।
इस योजना के तहत पात्र किसानों को हर साल कुल 6 हजार रुपये की सहायता दी जाती है। यह राशि तीन बराबर किस्तों में दी जाती है, यानी हर चार महीने में 2,000 रुपये सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजे जाते हैं।
अब तक इस स्कीम के अंतर्गत 19 किस्तें ट्रांसफर की जा चुकी हैं। पिछली किस्त फरवरी महीने में जारी हुई थी, और अब किसानों की नजरें 20वीं किस्त पर टिकी हैं। माना जा रहा है कि जुलाई की शुरुआत या जून के अंतिम दिनों में अगली किस्त जारी की जा सकती है। हालांकि सरकार की ओर से अभी कोई आधिकारिक तारीख घोषित नहीं की गई है।
लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि किस्त पाने के लिए कुछ जरूरी काम पहले से पूरे कर लेने होते हैं। इनमें सबसे अहम है ई-केवाईसी की प्रक्रिया। अभी भी ऐसे हजारों किसान हैं जिनकी ई-केवाईसी अपडेट नहीं हुई है, और इसका सीधा असर अगली किस्त पर पड़ सकता है।
इसके अलावा, जिन किसानों के बैंक खाते आधार से लिंक नहीं हैं, या जिनके बैंक डिटेल्स में कोई त्रुटि है, उन्हें भी भुगतान में परेशानी आ सकती है। इसलिए जरूरी है कि किसान समय रहते अपनी जानकारी जांच लें और जरूरी सुधार करवा लें।
सौभाग्य से अधिकांश काम अब ऑनलाइन भी किए जा सकते हैं। किसान पोर्टल पर जाकर आप खुद ही ई-केवाईसी पूरा कर सकते हैं और आधार-बैंक लिंकिंग भी कर सकते हैं। हालांकि कुछ मामलों में बैंक ब्रांच जाकर काम करवाना पड़ सकता है, खासकर जब बैंक की वेबसाइट पर यह सुविधा उपलब्ध न हो।
अगर आप चाहते हैं कि आपकी अगली किस्त बिना किसी रुकावट के समय पर मिले, तो अभी से इन जरूरी प्रक्रियाओं को पूरा कर लीजिए। थोड़ी सी लापरवाही आपके खाते में आने वाली रकम को रोक सकती है।
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