_964799337.png)
बिहार के गया जिले से एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है, जिसने न केवल एक परिवार को हिलाकर रख दिया, बल्कि समाज में रिश्तों की नींव पर भी सवाल खड़े कर दिए। एक पत्नी पर आरोप है कि उसने अपनी नौकरी हासिल करने के लिए अपने पति की हत्या की साजिश रची। इस सनसनीखेज साजिश का खुलासा तब हुआ, जब पति को अपनी पत्नी की कॉल रिकॉर्डिंग मिली। इसमें वो अपने भाई के साथ मिलकर उसकी हत्या की योजना बना रही थी। बातचीत में मेरठ के नीले ड्रम मामले का जिक्र सुनकर पति के होश उड़ गए। डरे-सहमे पति ने पुलिस और DRM (डिविजनल रेलवे मैनेजर) को शिकायत दर्ज कर अपनी जान को खतरा बताया है।
क्या है पूरा मामला
गया जिले के कोंच प्रखंड के तरारी गांव निवासी मिथिलेश सिंह के 30 वर्षीय बेटे सुमित कुमार पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल में वरिष्ठ सहायक लोको पायलट के पद पर कार्यरत हैं। सुमित अपनी पत्नी साक्षी के साथ वाराणसी में रहते हैं। हाल ही में सुमित को एक कॉल रिकॉर्डिंग मिली, जिसमें साक्षी अपने भाई रविराज के साथ उनकी हत्या की साजिश रच रही थी। रिकॉर्डिंग में साक्षी ने मेरठ के कुख्यात नीले ड्रम मामले का जिक्र किया, जिसे सुनकर सुमित सहम गए।
सुमित ने तुरंत सिगरा थाना पुलिस और DRM को शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि साक्षी उनकी नौकरी हासिल करने के लिए उनकी हत्या की योजना बना रही है। सुमित ने कॉल रिकॉर्डिंग को सबूत के तौर पर पुलिस को सौंपा है। इस घटना ने सुमित और उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। उनकी मां हर घंटे फोन करके उनका हालचाल ले रही हैं, क्योंकि परिवार को साक्षी और उसके भाई से जान का खतरा है।
पति की गुहार- साहब मुझे बचाइए
"साहब, मुझे बचाइए। मेरी पत्नी साक्षी अपने साले रविराज के साथ मिलकर मेरी हत्या की साजिश रच रही है, ताकि वह मेरी नौकरी हासिल कर सके।"
उन्होंने बताया कि जब उन्होंने साक्षी से इस बारे में सवाल किया, तो उसने मेरठ के नीले ड्रम मामले की तर्ज पर उन्हें काटकर मारने की धमकी दी।
सुमित ने यह भी खुलासा किया कि साक्षी ने अपने भाई रविराज को वाराणसी बुलाकर उनकी पिटाई भी करवाई थी। ग्रामीणों के मुताबिक, सुमित और साक्षी की शादी पांच साल पहले हुई थी। साक्षी पटना जिले के अलावलपुर गांव की रहने वाली है और एक पुलिस अधिकारी (दारोगा) की बेटी है। शादी के बाद से ही दोनों के बीच तनाव और विवाद चल रहे थे। साक्षी के परिवार ने कई बार पंचायत कर इन विवादों को सुलझाने की कोशिश की, मगर कोई स्थायी हल नहीं निकला।
--Advertisement--