img

Up Kiran, Digital Desk: दिल्ली की साकेत कोर्ट ने मंगलवार रात को अल फलाह विश्वविद्यालय के अध्यक्ष जवाद अहमद सिद्दीकी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की 13 दिनों की हिरासत में भेजने का आदेश दिया। सिद्दीकी को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के आरोपों में गिरफ्तार किया। उनकी गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेशी हुई, जहाँ उन्हें ईडी की हिरासत में भेजा गया।

ईडी ने जानकारी दी कि सिद्दीकी को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) की धारा 19 के तहत गिरफ्तार किया गया। यह गिरफ्तारी उन महत्वपूर्ण सुरागों के आधार पर की गई जो अल फलाह समूह से जुड़े परिसरों में की गई तलाशी के दौरान मिले।

अल फलाह विश्वविद्यालय पर आरोप
ईडी ने दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा द्वारा दर्ज दो एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी। इन एफआईआर में आरोप लगाया गया था कि फरीदाबाद स्थित अल फलाह विश्वविद्यालय ने अपनी मान्यता के बारे में झूठे दावे किए। विशेष रूप से, यह दावा किया गया कि विश्वविद्यालय ने एनएएसी (NAAC) मान्यता और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) से मान्यता प्राप्त होने का झूठा प्रचार किया।

हालाँकि, यूजीसी ने स्पष्ट किया कि अल फलाह विश्वविद्यालय केवल राज्य विश्वविद्यालय के रूप में सूचीबद्ध है, और उसने 12B के तहत मान्यता के लिए कभी आवेदन नहीं किया।

ईडी की छापेमारी की कार्रवाई
मंगलवार को, ईडी की टीमों ने दिल्ली और एनसीआर के विभिन्न स्थानों पर अल फलाह विश्वविद्यालय के ट्रस्टियों और प्रमोटरों के खिलाफ एक साथ छापेमारी की। अधिकारियों के अनुसार, ईडी की कई टीमों ने अल फलाह ट्रस्ट और विश्वविद्यालय के 25 से अधिक परिसरों पर सुबह 5:15 बजे से छापे मारे। छापेमारी ओखला स्थित एक कार्यालय में भी की गई, जहां सुरक्षा घेरा लगाकर कार्रवाई की गई।

ईडी ने बताया कि यह अभियान वित्तीय अनियमितताओं, शेल कंपनियों के प्रयोग और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों की जांच का हिस्सा है।

जवाद अहमद सिद्दीकी के छोटे भाई की गिरफ्तारी
ईडी की जांच में जवाद अहमद सिद्दीकी के छोटे भाई, हमूद अहमद सिद्दीकी की गिरफ्तारी भी सामने आई। मध्य प्रदेश पुलिस ने उन्हें लगभग 25 साल पुराने धोखाधड़ी के मामलों में गिरफ्तार किया। सिद्दीकी पर आरोप है कि उसने महू शहर में 40 लाख रुपये की निवेश धोखाधड़ी की थी। इस गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसियों ने अल फलाह विश्वविद्यालय से जुड़े अन्य संभावित कनेक्शनों को भी खंगालने का काम तेज कर दिया है।

दिल्ली के लाल किले में हुए विस्फोट की जाँच
दिल्ली में 10 नवंबर को लाल किले के पास हुंडई i20 कार में हुए विस्फोट में 13 लोगों की जान चली गई और 20 से ज्यादा लोग घायल हुए। इस विस्फोट से कई कारें भी जलकर खाक हो गईं। यह घटना एक बड़े आतंकवादी हमले का हिस्सा मानी जा रही है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे "आतंकी घटना" करार दिया है।

इसके बाद सरकार ने जांच एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपराधियों और उनके प्रायोजकों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाएं।