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Up Kiran, Digital Desk: इंग्लैंड ने अंडोरा को हराकर विश्व कप 2026 क्वालीफाइंग में अपनी जीत की लय बरकरार रखी, मगर इस मुकाबले में किसी खिलाड़ी का प्रदर्शन चकित करने वाला नहीं रहा। टीम का खेल आसान और एकतरफा दिखा, जहां डिफेंडरों को मुश्किल से परखा गया और आक्रामक खिलाड़ियों को सीमित अवसर मिले।

गोलकीपर जॉर्डन पिकफोर्ड को पूरे मैच में लगभग निष्क्रिय रहना पड़ा। रक्षापंक्ति में रीस जेम्स ने सबसे अधिक प्रभाव छोड़ा, उनके क्रॉस से डेक्लन राइस ने गोल किया। मार्क गुएही और डैन बर्न बिना खास चुनौती के स्थिर दिखे, जबकि युवा लेफ्ट-बैक माइल्स लुईस-स्केली ने चौड़ाई बनाए रखने में योगदान दिया।

मिडफ़ील्ड में इलियट एंडरसन ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की उत्साहजनक शुरुआत की। उन्होंने आत्मविश्वास से खेला और मौके भी बनाए, हालांकि गोल करने का सुनहरा मौका गंवा दिया। डेक्लन राइस ने दमदार हेडर से गोल दागा और अपनी मौजूदगी साबित की। वहीं, एबेरेची एज़े को मौके तो मिले मगर वे खेल में असरदार नहीं दिखे।

आक्रामक पंक्ति में मार्कस रैशफोर्ड और नोनी मदुके ने गति और कौशल दिखाया। मदुके के क्रॉस से पहला गोल आया, मगर रैशफोर्ड अपनी फिनिशिंग में कमजोर रहे। हैरी केन को भीड़-भाड़ वाले पेनल्टी क्षेत्र में सीमित अवसर मिले और वे सामान्य से कम प्रभावी दिखे।

स्थानापन्न खिलाड़ियों में टीनो लिवरामेंटो और एंथनी गॉर्डन को ज्यादा चमकने का अवसर नहीं मिला। मॉर्गन रोजर्स और गिब्स-व्हाइट को देर से लाया गया, जिससे असर डालना मुश्किल रहा।

साधारण रहा खेल

कुल मिलाकर इंग्लैंड ने जीत दर्ज की पर खेल साधारण रहा। सबसे सकारात्मक पक्ष एंडरसन और मदुके का प्रदर्शन रहा, जबकि बाकी खिलाड़ी अपनी क्षमता का पूरा इस्तेमाल नहीं कर सके।

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