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जोरदार वर्षा से नागपुर शहर में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई हैं। निरंतर हो रही बारिश के कारण शहर के निचले इलाकों में पानी जमा हो गया है। बाढ़ में फंसे नागरिकों को बचाने के लिए एसडीआरएफ की 2 इकाइयों को 7 समूहों में बांटा गया है। डिप्टी सीएम देवेन्द्र फड़णवीस निरंतर नागपुर बाढ़ की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और प्रशासन को उचित निर्देश व आदेश दे रहे हैं।

नागपुर में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें अब तक 180 लोगों को सुरक्षित निकाल चुकी हैं। इसके साथ ही मूक बधिर विद्यालय के 40 छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। वर्तमान में एनडीआरएफ की 2 टीमें नागपुर शहर के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय हैं। इसके साथ ही नगर निगम की फायर ब्रिगेड टीमें भी बचाव कार्य में जुट गई हैं। सेना की 2 टुकड़ियां अंबाझरी इलाके में पहुंच गई हैं।

बाढ़ के चलते एहतियात के तौर पर आज नागपुर में स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा की गई है। स्थानीय प्रशासन लोगों से अपील कर रहा है कि जब तक जरूरी न हो अपने घरों से बाहर न निकलें। इसके साथ ही फड़णवीस ने बुजुर्ग नागरिकों को वो सारी मदद तुरंत देने के निर्देश दिए हैं। इस बीच, उपमुख्यमंत्री फड़णवीस ने भी लोगों से किसी भी अफवाह पर भरोसा न करने और न घबराने की अपील की है।

इन जिले में ऑरेंज अलर्ट!

मौसम विभाग ने 26 सितंबर तक राज्य में भारी बारिश की संभावना जताई है। नागपुर में आज सवेरे से ही बिजली चमकने के साथ भारी बारिश हो रही है। शहर के कई हिस्सों में पानी जमा हो गया है। साथ ही कई स्थानों पर बिजली गिरने से सेट टॉप बॉक्स, टीवी आईसी उड़ने की घटनाएं भी सामने आई हैं। इस बीच, आज राज्य के रायगढ़, भंडारा, गोंदिया और नागपुर जिलों में छिटपुट जगहों पर भारी से भारी बारिश होने की संभावना है। इसलिए इन जिलों को ऑरेंज अलर्ट दिया गया है।

 

 

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