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Up Kiran, Digital Desk: शतरंज के इतिहास में यह पहली बार होगा जब फाइड महिला विश्व कप (FIDE Women's World Cup) में कोई भारतीय खिलाड़ी विजेता बनेगी। भारतीय ग्रैंडमास्टर आर. वैशाली और कोनेरू हम्पी ने सेमीफाइनल में जीत हासिल कर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है, जिससे यह तय हो गया है कि इस बार खिताब भारत के नाम होगा।

अज़रबैजान के बाकू में चल रहे इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में, आर. वैशाली ने एक रोमांचक मुकाबले में चीन की विश्व नंबर 2 तान झोंगयी को शिकस्त दी। मुख्य मुकाबले 1-1 से बराबरी पर रहने के बाद, मुकाबला टाई-ब्रेक में गया जहाँ वैशाली ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तान झोंगयी को 3-1 से हरा दिया।

दूसरी ओर, भारत की शीर्ष रैंक वाली खिलाड़ी कोनेरू हम्पी का मुकाबला रूस की एलेक्जेंड्रा गोर्याचकिना से था। यह मैच भी बेहद कड़ा रहा। दोनों खिलाड़ियों के बीच 1-1 से बराबरी के बाद, यह मैच भी टाई-ब्रेक में गया। अंततः, हम्पी ने अपने अनुभव का फायदा उठाते हुए एलेक्जेंड्रा को 2.5-1.5 से पराजित कर फाइनल में जगह बनाई।

यह भारतीय शतरंज के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। दो भारतीय खिलाड़ियों का विश्व कप फाइनल में पहुंचना देश में शतरंज के बढ़ते स्तर और महिला खिलाड़ियों की प्रतिभा को दर्शाता है। यह उपलब्धि युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी और अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की बढ़ती धाक को और मजबूत करेगी।