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Up Kiran, Digital Desk: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता चंपई सोरेन को रविवार को नज़रबंद कर दिया गया। करोड़ों रुपये के स्वास्थ्य संस्थान के लिए भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आदिवासी संगठनों के आंदोलन के मद्देनजर कानून-व्यवस्था की समस्या को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।

पुलिस ने बताया कि रांची जा रहे उनके बेटे बाबूलाल सोरेन और अन्य समर्थकों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। चंपई सोरेन ने सरकार के इस कदम को लोकतंत्र के खिलाफ बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें सिर्फ़ इसलिए नज़रबंद किया गया क्योंकि उन्होंने आदिवासियों और उनके आंदोलन का समर्थन किया था।

वास्तविक मामला क्या है

स्वास्थ्य विभाग ने राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) के 1,074 करोड़ रुपये के विस्तार परियोजना के लिए 207 एकड़ ज़मीन आवंटित की है।
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफ़ान अंसारी ने पिछले महीने दावा किया था कि RIMS-2 में 2,600 बिस्तरों वाला अस्पताल, 100 मेडिकल डिग्री सीटें और 50 स्नातकोत्तर सीटें होंगी।

विरोध में 20 से ज़्यादा आदिवासी समूहों, किसानों और ज़मीन मालिकों ने रविवार को प्रभावित ज़मीन पर हल जोतो, रोपा रोपो आंदोलन की घोषणा की।

इस आंदोलन के मद्देनजर रांची जिला प्रशासन ने गारी क्षेत्र में सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगाते हुए निषेधाज्ञा लागू कर दी।

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