
Up Kiran, Digital Desk: तेलंगाना आदिलाबाद जिले की उत्नूर पुलिस ने एक बड़े राष्ट्रव्यापी नकली नौकरी गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो देशभर में बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरियों का झांसा देकर ठगी कर रहा था। पुलिस ने इस मामले में दो मुख्य जालसाजों को गिरफ्तार किया है और जांच जारी है।
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और व्हाट्सएप समूहों का इस्तेमाल कर रेलवे, पुलिस, सेना और सिंगरेनी कोलियरीज जैसी विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने का झूठा वादा करता था। वे प्रत्येक युवा से 1 लाख रुपये से 5 लाख रुपये तक वसूलते थे और बदले में जाली नियुक्ति पत्र और प्रमाण पत्र देते थे।
इस धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब उत्नूर पुलिस ने कुछ पीड़ितों की शिकायतों पर गहन जांच शुरू की। पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस और विभिन्न सुरागों का सहारा लेते हुए इस गिरोह के सदस्यों की पहचान की।
पुलिस ने राजस्थान के सतपाल और बिहार के सतीश नामक दो मुख्य जालसाजों को गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला है कि यह गिरोह राजस्थान, दिल्ली, बिहार, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा सहित कई राज्यों से अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। आदिलाबाद जिले में ही इस गिरोह ने कम से कम 20 युवाओं को ठगा है, जबकि देश भर में 100 से अधिक पीड़ितों की पहचान की गई है।
पुलिस को संदेह है कि कुछ पीड़ित भी इस धोखाधड़ी में अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हो सकते हैं। उत्नूर के सर्किल इंस्पेक्टर जे रमेश ने जनता से अपील की है कि वे नौकरी के नाम पर पैसे की मांग करने वाले किसी भी व्यक्ति या संगठन पर भरोसा न करें। उन्होंने सलाह दी कि किसी भी नौकरी की पेशकश को स्वीकार करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना दें।
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