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Up Kiran , Digital Desk: पूर्वोत्तर रेलवे एक महत्वाकांक्षी योजना को साकार करने की दिशा में तेज़ी से कदम बढ़ा रहा है। खलीलाबाद से बहराइच तक प्रस्तावित नई रेललाइन जो बलरामपुर और श्रावस्ती जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों से होकर गुजरेगी अब ज़मीन पर उतरती दिख रही है। यह सिर्फ एक रेल परियोजना नहीं है बल्कि संतकबीरनगर सिद्धार्थनगर बलरामपुर श्रावस्ती और बहराइच जैसे जिलों के सामाजिक और आर्थिक परिदृश्य को बदलने का एक सशक्त माध्यम बनने जा रही है।

241।6 किलोमीटर की यह विशाल रेल लाइन जिसके लिए 1148 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है इन जिलों के निवासियों के लिए प्रगति के नए द्वार खोलेगी। यह न केवल लोगों के आवागमन को सुगम बनाएगी बल्कि रोजगार के अवसर पर्यटन को बढ़ावा व्यापार में वृद्धि और शिक्षा के क्षेत्र में भी सकारात्मक बदलाव लाएगी।

तीन चरणों में साकार होगा विकास का यह इंजन

इस महत्वाकांक्षी परियोजना को तीन अलग-अलग चरणों में पूरा किया जाएगा जिससे कार्य को सुचारू रूप से निष्पादित किया जा सके। वर्तमान में पहले चरण पर काम तेज़ी से चल रहा है जिसके अंतर्गत खलीलाबाद से बांसी तक लगभग 54।40 किलोमीटर लंबा रेल ट्रैक तैयार किया जा रहा है। रेलवे प्रशासन ने इस महत्वपूर्ण खंड को 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। हालांकि प्रारंभिक योजना इसे 2026 तक पूरा करने की थी लेकिन कुछ तकनीकी कारणों और प्रक्रियात्मक बाधाओं के कारण थोड़ी देरी हुई है।

32 स्टेशनों का नेटवर्क, विकास की नई राहें

इस नई रेलवे लाइन पर कुल 32 स्टेशनों का निर्माण प्रस्तावित है, जो इस पूरे क्षेत्र में कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा। इनमें 4 जंक्शन स्टेशन (खलीलाबाद, बांसी, उतरौला, और बहराइच), 16 क्रॉसिंग स्टेशन और 12 हाल्ट स्टेशन शामिल हैं। इन स्टेशनों के बनने से ग्रामीण क्षेत्रों का शहरों से सीधा संपर्क स्थापित होगा, जिससे व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय उत्पादों को बड़े बाजारों तक आसानी से पहुँचाया जा सकेगा। प्रस्तावित स्टेशनों की पूरी सूची इस प्रकार है: खलीलाबाद, बघौली बाजार, बखिरा, मेंहदावल, पसाई, खेसरहा, बांसी, रमवापुर दूबे, भागोभार, टिकरिया, डुमरियागंज, धनखरपुर, बंजरहा, चिरकुटिहा परिमनिहा, उतरौला, कपौवा शेरपुर, श्रीदत्तगंज, महेशबारी, खगई जोत, बलरामपुर, झारखंडी, हसुवाडोल, श्रावस्ती, इकौना, लक्ष्मणपुर, बिशुनपुर रामनगर, भिनगा, हरिहरपुर, धुंसवा बरडेहरा, आजातपुर और बहराइच।

आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षित और सुगम यात्रा

इस परियोजना में इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कुल 2 विशाल पुल 32 बड़े पुल और 86 छोटे पुलों के अलावा 9 ओवरब्रिज और 132 अंडरपासों का निर्माण किया जाएगा। यह आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर इस रेल मार्ग को सुरक्षित और तेज़ बनाएगा जिससे रेल यातायात बिना किसी बाधा के संचालित हो सकेगा। बलरामपुर और झारखंडी स्टेशनों को जंक्शन का दर्जा मिलने से क्षेत्रीय रेल संपर्क और भी मजबूत होगा जिससे यात्रियों के लिए विभिन्न दिशाओं में यात्रा करना आसान हो जाएगा।

विकास के नए आयाम हर वर्ग को लाभ

यह नई रेल लाइन केवल यातायात की सुविधा तक ही सीमित नहीं है। इसके निर्माण से किसानों को अपनी उपज को मंडियों तक पहुँचाना आसान होगा छात्रों को बेहतर शिक्षा संस्थानों तक पहुँचने में सुविधा होगी और दूर-दराज के गांवों में रहने वाले लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी। इसके अतिरिक्त आने वाले वर्षों में इस रेल लाइन के आसपास छोटे-बड़े बाज़ार स्टेशन हब और व्यावसायिक केंद्रों का विकास होने की प्रबल संभावना है जो स्थानीय अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयां प्रदान करेगा।

खलीलाबाद-बहराइच रेललाइन का साकार होना निश्चित रूप से पूर्वोत्तर रेलवे का एक महत्वपूर्ण कदम है जो इस क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा। यह परियोजना न केवल कनेक्टिविटी बढ़ाएगी बल्कि लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएगी।