
इंडियन प्रीमियर लीग के 18वें सीजन का 35वां मुकाबला क्रिकेट प्रेमियों के लिए खास होने वाला है। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में गुजरात टाइटंस (GT) और दिल्ली कैपिटल्स (DC) की टीमें आमने-सामने होंगी। दोनों टीमों का प्रदर्शन अब तक शानदार रहा है, खासकर दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने पूरे टूर्नामेंट में दमदार खेल दिखाया है। उन्होंने 6 मुकाबलों में से 5 जीतकर 10 अंकों के साथ अंक तालिका में शीर्ष स्थान पर कब्जा कर लिया है। गुजरात टाइटंस भी पीछे नहीं हैं—6 में से 4 मुकाबले जीतकर टीम आत्मविश्वास से भरी हुई है।
नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच कैसी रहेगी?
अहमदाबाद की यह पिच टी20 क्रिकेट के लिहाज से खास मानी जाती है। इस सीजन यहां अब तक खेले गए तीन मुकाबलों में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीत दर्ज की है। इसका मतलब यह है कि टॉस काफी अहम होगा। दिन के समय खेले जाने वाले इस मैच में दूसरी पारी में बल्लेबाजी करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि पिच थोड़ी धीमी हो जाती है और गेंदबाजों को मदद मिलती है। खासतौर पर स्पिनर्स को गेंद पुरानी होने के बाद टर्न और ग्रिप मिल सकती है।
गुजरात और दिल्ली की संभावित प्लेइंग इलेवन
गुजरात टाइटंस:
शुभमन गिल (कप्तान)
साई सुदर्शन
जोस बटलर (विकेटकीपर)
वाशिंगटन सुंदर
शाहरुख खान
राहुल तेवतिया
आर साई किशोर
राशिद खान
अरशद खान
मोहम्मद सिराज
प्रसिद्ध कृष्णा
दिल्ली कैपिटल्स:
जेक फ्रेजर मैकगर्क
अभिषेक पोरेल
केएल राहुल (विकेटकीपर)
अक्षर पटेल (कप्तान)
ट्रिस्टन स्टब्स
आशुतोष शर्मा
विपराज निगम
मिचेल स्टार्क
कुलदीप यादव
मोहित शर्मा
मुकेश कुमार
किस खिलाड़ी पर रहेंगी निगाहें?
शुभमन गिल: गुजरात के कप्तान शुभमन गिल इस सीजन अब तक ठीक-ठाक प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन यह मुकाबला उनके लिए खास हो सकता है। अगर गिल की बल्लेबाजी चलती है, तो GT को जीत की राह आसान लग सकती है। उन्हें शुरुआत से ही पिच को पढ़ते हुए आक्रामक खेल दिखाना होगा।
कुलदीप यादव: दिल्ली के लिए कुलदीप यादव इस सीजन एक ट्रम्प कार्ड साबित हुए हैं। उनके चार ओवर विरोधी टीम की रनगति को थामने के साथ-साथ विकेट निकालने में निर्णायक हो सकते हैं। अहमदाबाद की पिच उनकी स्पिन के लिए फायदेमंद हो सकती है।
क्या कहता है मुकाबले का पूर्वानुमान?
यह मुकाबला बेहद टक्कर का होगा। हालांकि आंकड़ों के मुताबिक इस मैदान पर पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को जीत मिली है, इसलिए टॉस का महत्व बढ़ जाता है। दिन के मैच में लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं होता, खासकर जब दूसरी पारी में गेंदबाजों को मदद मिलने लगे।
गुजरात की बल्लेबाजी और दिल्ली की गेंदबाजी के बीच यह मुकाबला संतुलित नजर आता है, लेकिन दिल्ली की विविधता और संतुलन वाली गेंदबाजी आक्रमण उसे थोड़ी बढ़त दिला सकती है। वहीं गुजरात की बल्लेबाजी लाइनअप अगर लय में आ गई, तो वो भी किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को उधेड़ सकती है।