
Up Kiran, Digital Desk: गाजा में चल रहे विनाशकारी युद्ध को रोकने के लिए एक बार फिर से कोशिशें तेज़ हो गई हैं. इज़रायल और हमास के प्रतिनिधिमंडल युद्धविराम (ceasefire) पर बातचीत करने के लिए मिस्र (Egypt) पहुंच रहे हैं. पूरी दुनिया की नज़रें इस बातचीत पर टिकी हैं कि क्या इससे कोई हल निकलेगा. लेकिन इसी बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ऐसी चेतावनी जारी की है, जिसने पूरी दुनिया की चिंता बढ़ा दी है.
ट्रंप ने क्यों कहा- जल्दी करो: डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों पक्षों से अपील की है कि वे इस मामले में "तेज़ी से आगे बढ़ें". उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही कोई समझौता नहीं हुआ, तो इसके नतीजे में "भारी ख़ून-खराबा" (massive bloodshed) हो सकता है.
ट्रंप ने कहा कि गाजा में स्थिति पहले से ही बहुत ख़राब है, और अगर यह लड़ाई और बढ़ती है, तो इसे संभालना मुश्किल हो जाएगा. उनकी इस चेतावनी ने उन शांति प्रयासों पर और भी दबाव बना दिया है जो मिस्र की मध्यस्थता में हो रहे हैं.
मिस्र में हो रही है शांति की बात: मिस्र काफी समय से इज़रायल और हमास के बीच सुलह कराने की कोशिश कर रहा है. अब दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों का बातचीत के लिए मिस्र पहुंचना एक बड़ी उम्मीद जगाता है. इस बातचीत का मुख्य उद्देश्य है:
गाजा में तुरंत युद्ध को रोकना.
हमास की कैद में मौजूद बंधकों की रिहाई.
गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाना.
यह बातचीत एक ऐसे समय में हो रही है, जब गाजा में हालात बद से बदतर हो चुके हैं. लाखों लोग बेघर हो गए हैं और खाने-पीने की चीज़ों की भारी कमी है.
डोनाल्ड ट्रंप का बयान भले ही कूटनीतिक न हो, लेकिन यह उस गंभीर ख़तरे की ओर इशारा करता है जो इस क्षेत्र पर मंडरा रहा है. अब देखना यह है कि क्या हमास और इज़रायल के बीच हो रही यह बातचीत किसी शांति समझौते तक पहुंच पाती है या फिर ट्रंप की भविष्यवाणी सच साबित होती है.