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Up Kiran, Digital Desk: भारत आने वाले वर्षों में अपनी मिसाइल क्षमता को नई ऊंचाई देने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। सूत्रों के अनुसार, 800 किलोमीटर तक मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल को 2027 तक भारतीय सेना में शामिल किया जा सकता है। फिलहाल इसके परीक्षण जारी हैं, जिसमें नया इंजन और कई उन्नत तकनीकी सुधारों की जांच की जा रही है।

रक्षा विशेषज्ञों की मानें तो यह मिसाइल दुश्मन के ठिकानों को अत्यधिक सटीकता के साथ निशाना बना सकेगी। खास बात यह है कि यह मौजूदा 450 किलोमीटर रेंज वाली ब्रह्मोस मिसाइल की तुलना में कहीं अधिक दूर तक जा सकती है और उतनी ही तेज गति से टारगेट तक पहुंचती है।

पाकिस्तान मिशन में हुआ था ब्रह्मोस का उपयोग

मई में हुए ऑपरेशन 'सिंदूर' के दौरान भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ इस मिसाइल का उपयोग किया था। इसे सुखोई-30 लड़ाकू विमानों से दागा गया था, और यह मिशन पूरी तरह सफल रहा। विशेषज्ञों का कहना है कि नौसेना के पास पहले से मौजूद ब्रह्मोस सिस्टम को 800 किलोमीटर रेंज में अपग्रेड करना बेहद आसान है। इसके लिए केवल सॉफ्टवेयर और कुछ तकनीकी बदलावों की जरूरत है।

नौसेना और थलसेना इस नई मिसाइल वर्जन को सबसे पहले इस्तेमाल में लाएंगी। हवा से छोड़ी जाने वाली वर्जन को तैयार होने में थोड़ा और समय लगेगा, लेकिन इसकी दिशा में काम पहले ही शुरू हो चुका है।