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गोंद कतीरा एक चिपचिपा प्राकृतिक पदार्थ है जो एस्ट्रागैलस नामक पौधे से प्राप्त होता है। इसका रंग सफेद या हल्का पीला होता है। आयुर्वेद में इसे विशेष महत्व दिया गया है, खासकर गर्मियों में इसके सेवन की सलाह दी जाती है। भले ही इसका कोई विशेष स्वाद नहीं होता, लेकिन इसके भीतर छिपे गुण शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं।

आइए जानते हैं कि गोंद कतीरा की तासीर क्या होती है, किन लोगों को इसका सेवन करना चाहिए, और इसे किस तरह से खाया जा सकता है।

 

गोंद कतीरा की तासीर कैसी होती है?

 

गोंद कतीरा की तासीर ठंडी होती है, यही वजह है कि गर्मियों में इसका सेवन खासतौर पर फायदेमंद माना जाता है। यह शरीर को अंदर से ठंडक देता है, जिससे गर्मी, लू और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।

 

किन लोगों को करना चाहिए गोंद कतीरा का सेवन?

 

1. मासिक धर्म में तकलीफ होने पर

 

गोंद कतीरा महिलाओं के लिए बेहद लाभकारी है। यह मासिक धर्म को नियमित करता है और पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को कम करता है।

 

2. शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए

 

गर्मी के दिनों में शरीर में पानी की कमी आम समस्या है। गोंद कतीरा शरीर को हाइड्रेट रखता है, तापमान संतुलित करता है और लू से भी बचाता है। यह त्वचा में नमी बनाए रखने में मदद करता है और मुंहासों से भी बचाता है।

 

3. कब्ज की समस्या से राहत के लिए

 

गोंद कतीरा में घुलनशील फाइबर मौजूद होता है जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है। अगर आप बार-बार कब्ज से परेशान रहते हैं तो गोंद कतीरा को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।

 

4. इम्युनिटी बढ़ाने के लिए

 

यह प्राकृतिक रूप से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। इसके सेवन से सर्दी, जुकाम जैसे वायरल संक्रमणों से बचाव होता है।                                                                                                                                                    

 5. वजन घटाने के लिए

गोंद कतीरा में मौजूद फाइबर लंबे समय तक पेट भरा रखने में मदद करता है, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती और वजन नियंत्रित रहता है।

 

गोंद कतीरे का सेवन कैसे करें?

 

ठंडे पानी या नींबू रस के साथ: रातभर पानी में भिगोकर सुबह नींबू के रस और शहद के साथ मिलाकर पी सकते हैं।

दूध के साथ: भिगोए हुए गोंद कतीरे को ठंडे दूध में मिलाकर पिया जा सकता है।

शिंकजी में मिलाकर: शिंकजी में मिलाकर इसका स्वाद भी बढ़ता है और शरीर को ठंडक भी मिलती है।

दही के साथ: गोंद कतीरे को दही में मिलाकर खाना भी बेहद लाभकारी होता है।

 

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