
Up Kiran, Digital Desk: गुजरात, जो भारत के प्रमुख औद्योगिक राज्यों में से एक है, अब अपनी 'लॉजिस्टिक्स' क्षमताओं को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा रहा है। राज्य का महत्वाकांक्षी 'स्टेटवाइड लॉजिस्टिक्स मास्टर प्लान' अंतिम चरण में है, और जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा। उद्योग मंत्री ने हाल ही में इसकी जानकारी देते हुए बताया कि यह योजना राज्य के 8 प्रमुख शहरों को कवर करेगी और औद्योगिक विकास को एक नई गति देगी।
क्या है लॉजिस्टिक्स मास्टर प्लान और क्यों है यह महत्वपूर्ण?
लॉजिस्टिक्स का मतलब है उत्पादों के उत्पादन स्थल से लेकर उपभोक्ता तक पहुंचने तक की पूरी प्रक्रिया को कुशलता से प्रबंधित करना – जिसमें परिवहन, भंडारण, वितरण और सूचना प्रवाह शामिल है। एक मजबूत लॉजिस्टिक्स नेटवर्क किसी भी अर्थव्यवस्था के लिए रीढ़ की हड्डी के समान होता है, क्योंकि यह व्यापार को सुगम बनाता है, लागत कम करता है और उत्पादों को समय पर बाजार तक पहुंचाता है।
गुजरात का यह मास्टर प्लान निम्नलिखित उद्देश्यों को पूरा करेगा:
कुशल परिवहन नेटवर्क: सड़कों, रेलमार्गों, बंदरगाहों और हवाई अड्डों को बेहतर तरीके से जोड़कर परिवहन को अधिक कुशल बनाना।
भंडारण और वेयरहाउसिंग: आधुनिक वेयरहाउसिंग सुविधाओं का विकास करना ताकि माल को सुरक्षित और वैज्ञानिक तरीके से रखा जा सके।
लागत में कमी: लॉजिस्टिक्स की लागत को कम करना, जिससे गुजरात में व्यवसाय करना और अधिक आकर्षक हो जाए।
समय की बचत: उत्पादों को बाजार तक पहुंचने में लगने वाले समय को कम करना, जिससे व्यापार में तेजी आए।
8 प्रमुख शहरों पर फोकस: यह प्लान अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, राजकोट, गांधीनगर, जामनगर, भावनगर और कच्छ जैसे प्रमुख औद्योगिक और व्यापारिक केंद्रों को एक मजबूत लॉजिस्टिक्स ग्रिड से जोड़ेगा।
उद्योगों को लाभ: कपड़ा, रसायन, फार्मास्यूटिकल्स, ऑटोमोबाइल और विनिर्माण जैसे विभिन्न उद्योगों को इस योजना से सीधा लाभ मिलेगा, क्योंकि उनकी आपूर्ति श्रृंखला (supply chain) अधिक कुशल हो जाएगी।
यह मास्टर प्लान गुजरात को न केवल राष्ट्रीय स्तर पर, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक अग्रणी लॉजिस्टिक्स हब के रूप में स्थापित करेगा। यह निवेश को आकर्षित करेगा, रोजगार के अवसर पैदा करेगा और राज्य के समग्र आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
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