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Up Kiran, Digital Desk: पंजाब सरकार ने जेल में बंद खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह की संसद के शीतकालीन सत्र में भाग लेने के लिए अस्थायी रिहाई की याचिका को ठुकरा दिया है। यह फैसला पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा राज्य सरकार को एक सप्ताह के भीतर निर्णय लेने का निर्देश देने के कुछ दिन बाद आया है। संसद का शीतकालीन सत्र 1 दिसंबर से शुरू होने वाला है, लेकिन अमृतपाल के लिए यह सत्र में भाग लेने का सपना फिलहाल अधूरा रहेगा।

parliament में भाग लेने की मांग, अस्थायी रिहाई का अनुरोध

32 वर्षीय अमृतपाल सिंह इस समय असम के डिब्रूगढ़ जेल में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत बंद हैं। उन्होंने उच्च न्यायालय का रुख किया था, जहां उन्होंने संसद सत्र में भाग लेने के लिए अस्थायी रिहाई की मांग की थी। उनके वकील ने अदालत को बताया कि इस संबंध में अमृतसर के जिला मजिस्ट्रेट और राज्य सरकार के अधिकारियों को आवेदन भी प्रस्तुत किए गए थे।

सिंह की गिरफ्तारी और अजनाला घटना

अमृतपाल सिंह को 2023 के फरवरी महीने में अमृतसर के अजनाला में पुलिस थाने पर हमला करने के बाद गिरफ्तार किया गया था। उनके समर्थकों ने तलवारों और आग्नेयास्त्रों से लैस होकर पुलिस बैरिकेड्स तोड़कर अपने साथी को छुड़ाने की कोशिश की थी। इस घटना के बाद सिंह पर कार्रवाई शुरू की गई, और वह काफी समय तक फरार रहे, लेकिन अंततः मोगा जिले के रोडे गाँव से पकड़े गए।

लोकसभा चुनाव में जीत के बाद भी जेल में अमृतपाल

चौंकाने वाली बात यह है कि अमृतपाल सिंह ने 2024 के लोकसभा चुनाव में हिस्सा लिया और खडूर साहिब सीट से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की, हालांकि वह इस दौरान जेल में ही थे। वहीं, अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए उनके नौ साथियों को अब असम से वापस पंजाब भेज दिया गया है। यह गिरफ्तारी उसी फरवरी 2023 की घटना के बाद की गई थी, जब सिंह और उनके संगठन पर राज्यभर में कार्रवाई तेज कर दी गई थी।