Up Kiran, Digital Desk: मंगलवार शाम करीब आठ बजे थाना सिटी (गुरदासपुर ) के ठीक बाहर तेज धमाका हुआ। सड़क पर पैदल चल रहा दंपती और एक अन्य शख्स अचानक हवा में उछलकर गिर पड़े। चारों तरफ धूल का गुबार छा गया। घायल सपना शर्मा बताती हैं कि उन्हें लगा कोई बम फटा हो। उनके दोनों पैरों से खून बह रहा था। शरीर पर 50 से ज्यादा जख्म थे और डॉक्टरों ने एक छर्रा भी निकाला।
पुलिस ने कहा टायर फटा, घायलों ने कहा कोई ट्रक ही नहीं था
घायलों के मुताबिक मौके पर कोई ट्रक दिखाई ही नहीं दिया। फिर भी पुलिस वाले बार-बार यही दोहराते रहे कि ट्रक का टायर फटने से हादसा हुआ। सपना के पति रमेश शर्मा को पुलिस ने घर छोड़ दिया। अस्पताल में पता चला कि जख्म छर्रों वाले हैं। जब बुधवार को खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स ने ऑनलाइन हमले की जिम्मेदारी ली तब घायलों को समझ आया कि असल में क्या हुआ था।
पिछले आठ महीनों में छठा हमला
यह कोई नई घटना नहीं है। दिसंबर 2024 से अब तक जिले में पांच अलग-अलग थानों और चौकियों पर ग्रेनेड या राकेट से हमले हो चुके हैं:
- 12 दिसंबर 2024 – थाना घणीए के बांगर
- 18 दिसंबर 2024 – चौकी बख्शीवाल
- 19 दिसंबर 2024 – थाना वडाला बांगर
- 16 फरवरी 2025 – डेरा बाबा नानक में पुलिसकर्मी के रिश्तेदार का घर
- 6 अप्रैल 2025 – थाना किला लाल सिंह पर राकेट हमला
हर बार शुरुआत में पुलिस ने यही कहा था कि टायर फटा है। बाद में जब आतंकी पकड़े गए तब सच सामने आया।
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