_372755569.png)
Up Kiran, Digital Desk: इज़रायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार (स्थानीय समय) को कहा कि वह गाजा पर कब्ज़ा करने की सैन्य योजना को मंज़ूरी देंगे, मगर साथ ही हमास के साथ सभी बंधकों को रिहा करने और "इज़राइल को स्वीकार्य शर्तों" पर युद्ध समाप्त करने के लिए बातचीत फिर से शुरू करने का आदेश भी देंगे। उन्होंने यह टिप्पणी इज़राइली रक्षा बल के गाजा डिवीजन मुख्यालय के बाहर की।
उन्होंने एक पूर्व-रिकॉर्डेड वीडियो संदेश में कहा, "मैं आज गाजा डिवीजन में उन योजनाओं को मंज़ूरी देने आया था जो आईडीएफ ने मुझे और रक्षा मंत्री को गाजा शहर पर नियंत्रण पाने और हमास को हराने के लिए प्रस्तुत की थीं। साथ ही, मैंने हमारे सभी बंधकों की रिहाई और इज़राइल को स्वीकार्य शर्तों पर युद्ध समाप्त करने के लिए तत्काल बातचीत शुरू करने का निर्देश दिया।"
हमास युद्धविराम पर सहमत
यहूदी पीएम की यह टिप्पणी हमास द्वारा गाजा में युद्धविराम के एक नए प्रस्ताव पर सहमति जताए जाने के कुछ दिनों बाद आई है। हमास के सूत्रों ने एएफपी को बताया कि फ़िलिस्तीनी समूह ने "बिना किसी संशोधन का अनुरोध किए" युद्धविराम प्रस्ताव पर सहमति जताई है और मध्यस्थों को अपना जवाब भी दे दिया है।
इज़राइल ने पहले ही एक रूपरेखा को मंज़ूरी दे दी थी, मगर इज़राइली पीएम ने बाद में कहा है कि उनका देश केवल शेष 50 बंधकों की रिहाई के लिए एक व्यापक समझौते के तहत ही लड़ाई रोकेगा। हालाँकि, यह स्पष्ट नहीं है कि उनकी यह टिप्पणी किसी अरब मध्यस्थ के साथ समन्वित थी या नहीं, जो हमास के प्रस्ताव पर इज़राइल की प्रतिक्रिया का इंतज़ार कर रहे हैं।
इस बीच, नेतन्याहू के कार्यालय के एक प्रवक्ता ने द टाइम्स ऑफ़ इज़राइल को बताया कि इज़राइल की बातचीत के लिए प्रतिनिधिमंडल भेजने की 'कोई योजना नहीं' है। हालाँकि, एक अन्य अधिकारी ने कहा कि बातचीत की जगह तय होने के बाद नेतन्याहू एक प्रतिनिधिमंडल भेजेंगे।
इज़राइल और गाजा में विरोध प्रदर्शन
इस हफ़्ते की शुरुआत में, गाज़ा में अभी भी बंधक बनाए गए 50 बंधकों के परिवारों ने तेल अवीव में विरोध प्रदर्शन किया और विस्तारित इज़राइली अभियान की निंदा की। परिवार के सदस्य तेल अवीव में अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखने की योजना बना रहे हैं। इज़राइली सरकार का मानना है कि इन 50 बंधकों में से 20 अभी भी जीवित हैं।
गाजा शहर में भी ऐसा ही एक विरोध प्रदर्शन हुआ, जहाँ सैकड़ों लोग फिलिस्तीनियों को दूसरे देशों में बसाने की इज़राइल की योजना के विरोध में इकट्ठा हुए। गाजा शहर से विस्थापित एक महिला बिसन ग़ज़ल ने एपी को बताया, "हम चाहते हैं कि गाजा में युद्ध रुक जाए। हम पलायन नहीं करना चाहते। 22 महीने काफ़ी हैं। बहुत हो गई मौत।"
--Advertisement--