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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर से आम जनता के लिए चिंता का विषय बन गया है। आगामी सप्ताह में राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश के साथ वज्रपात और आंधी की संभावनाएं जताई जा रही हैं, जो न सिर्फ किसानों की फसल योजनाओं को प्रभावित कर सकती हैं, बल्कि सामान्य जनजीवन पर भी असर डाल सकती हैं।

बारिश की नई लहर और उसके सामाजिक प्रभाव

22 जुलाई से लेकर 28 जुलाई तक यूपी में बारिश का नया दौर शुरू होने जा रहा है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, प्रदेश के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिलेगी, जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश के नागरिकों को कुछ ज्यादा ही सतर्क रहने की आवश्यकता है, क्योंकि 24 जुलाई से 28 जुलाई के बीच वहां भारी वर्षा और वज्रपात की संभावना है।

मौसम विभाग, लखनऊ की ओर से सोशल मीडिया पर साझा की गई जानकारी के अनुसार, इस अवधि में खासतौर पर ग्रामीण और कमज़ोर बुनियादी सुविधाओं वाले इलाकों में लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत होगी। स्कूलों, खेतों और खुले इलाकों में विशेष सावधानी बरतने की अपील की गई है।

पश्चिम और पूर्वी यूपी में अलग-अलग स्थिति

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शुरुआती तीन दिनों (22 से 24 जुलाई) के दौरान मौसम सामान्य रहने के आसार हैं, हालांकि 25 जुलाई के बाद से कुछ हिस्सों में बिजली चमकने और गरज के साथ बारिश की गतिविधियों में इज़ाफा हो सकता है। इसके विपरीत, पूर्वी यूपी में यह दौर और भी गंभीर हो सकता है, जहां मूसलधार बारिश और वज्रपात का सिलसिला लंबा चलने की चेतावनी दी गई है।

तापमान में उतार-चढ़ाव और उसका असर

राज्य के कुछ हिस्सों में तापमान में भारी अंतर देखने को मिला है। प्रयागराज और कानपुर जैसे शहरों में अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रिकॉर्ड किया गया है, जिससे गर्मी के तीखे तेवर जारी हैं। वहीं, नजीबाबाद, इटावा और हरदोई जैसे शहरों में तापमान गिरकर 23-26 डिग्री तक पहुंच गया है, जिससे वहां के लोगों को थोड़ी राहत महसूस हुई है।

मेरठ में बदलते मौसम का उलझनभरा अनुभव

मेरठ में सोमवार सुबह हल्की फुहारों ने मौसम को खुशनुमा बना दिया था, लेकिन दोपहर तक जैसे ही सूरज निकल आया, उमस और गर्मी ने फिर से परेशान कर दिया। दिनभर का अधिकतम तापमान 31 डिग्री और न्यूनतम 27 डिग्री रहा। ऐसे में वहां के लोगों के लिए राहत और परेशानी दोनों का मिला-जुला अनुभव रहा।

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