Income Tax: मोदी सरकार ने केंद्रीय बजट में 12 लाख रुपये तक की आय को कर मुक्त कर मध्यम वर्ग को बड़ा तोहफा दिया है। हालाँकि, इससे सरकार को राजस्व का भारी नुकसान होगा। 1.42 अरब की आबादी वाले देश में आयकरदाताओं की संख्या देखकर आप हैरान रह जायेंगे।
आकलन वर्ष 2023-24 के आयकर रिटर्न आंकड़ों के अनुसार, 7.54 करोड़ वेतनभोगी व्यक्तियों ने कर रिटर्न दाखिल किया था। इनमें से 5.89 करोड़ लोगों का वार्षिक वेतन 7 लाख रुपये से कम था।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 12 लाख रुपये की आय वाले नए आयकर नियमों के बाद कर छूट के पात्र लोगों की संख्या 6.77 करोड़ हो जाएगी। इसका मतलब यह है कि 89.8% वेतनभोगी लोग कोई आयकर नहीं देंगे।
इतना ही नहीं अगर 12.75 लाख रुपये की सीमा के हिसाब से देखें तो यह संख्या 6.92 करोड़ हो जाएगी। इसका मतलब यह है कि 91.7% वेतनभोगी लोगों को कर से छूट मिलेगी।
इस निर्णय से लगभग 1.5 करोड़ लोग लाभान्वित होंगे, जिनकी वार्षिक आय 7 लाख रुपये से 12 लाख रुपये के बीच है। अब उन्हें अपनी वेतन आय पर कोई कर नहीं देना होगा।