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Up Kiran, Digital Desk: हर साल करवाचौथ का पर्व शादीशुदा महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। इस दिन महिलाएं अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्रत रखती हैं। लेकिन जब कोई महिला गर्भवती हो, तो यही व्रत उसके लिए चुनौती बन सकता है। शरीर में दो जिंदगियों की जिम्मेदारी उठाते वक्त, बिना खाए-पिए पूरा दिन बिताना सेहत पर भारी पड़ सकता है। इसलिए अगर आप प्रेग्नेंसी में करवाचौथ का उपवास रखना चाहती हैं, तो कुछ सावधानियां बेहद जरूरी हैं।
बिना पानी के व्रत से बढ़ सकता है खतरा
कई परिवारों में करवाचौथ पर निर्जला व्रत की परंपरा निभाई जाती है। लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान लंबे समय तक पानी न पीना शरीर को डिहाइड्रेट कर सकता है। इससे थकान, चक्कर या सिरदर्द जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। अगर आप उपवास करना चाहती हैं, तो खुद को हाइड्रेट रखना जरूरी है। नारियल पानी, छाछ या नींबू पानी जैसे हेल्दी ड्रिंक्स थोड़ी-थोड़ी देर में लेती रहें।
सरगी में ये चीज़ ज़रूर खाएं
सुबह सूरज उगने से पहले मिलने वाली सरगी सिर्फ रस्म नहीं, बल्कि एक ज़रूरी पोषण की डोज़ है। इसमें एक गिलास दूध जरूर शामिल करें, ताकि दिनभर ऊर्जा बनी रहे। साथ में कुछ ड्राई फ्रूट्स और फल भी खा लें, ताकि शरीर को जरूरी मिनरल्स मिलें और आपको जल्दी भूख न लगे।
हर दो घंटे में कुछ हल्का ज़रूरी
केवल सुबह का खाना पूरे दिन के लिए काफी नहीं होता, खासतौर पर जब आप गर्भवती हों। इसलिए पूरे दिन में कुछ-कुछ खाते रहना बेहतर है। आप फल, दही, जूस या उबले आलू जैसे आसान स्नैक्स ले सकती हैं। ये चीजें शरीर को पोषण देती हैं और कमजोरी से बचाती हैं।
दिनभर आराम करें, खुद को थकाएं नहीं
व्रत के दिन ज्यादा घर के काम करने या भागदौड़ करने से बचें। शरीर पर पहले से ही दोहरी जिम्मेदारी है, इसलिए खुद को थकान से बचाएं। आराम करें, अपनी पसंद की फिल्म देखें या किताब पढ़ें। इससे ध्यान भूख से हटेगा और दिन आसानी से कट जाएगा।
व्रत खोलते समय न करें ये गलतियां
चांद देखकर व्रत खोलने का समय आते ही पेट को भारी खाना देने की गलती न करें। दिनभर खाली पेट रहने के बाद तली-भुनी या मसालेदार चीजें नुकसान पहुंचा सकती हैं। शुरुआत हल्के खाने से करें – जैसे कि खिचड़ी, फल या गुनगुना दूध। इससे पेट पर दबाव नहीं पड़ेगा और नींद भी अच्छी आएगी।