img

हाल में घोषणा हुए "विन-विन" सीजफायर से इजरायल, ईरान और अमेरिका—तीनों ही पक्षों को लाभ पहुंच सकता है:

1. इज़रायल को फायदा 
12 दिन की संघर्ष के बाद यहसी स्थिति आई है। ट्रंप ने स्वीकार किया कि इज़रायल ने “आकाशीय और मिसाइल संकेतों को नष्ट” कर दिया, जिससे उसे रणनीतिक प्राथमिकताएं हासिल हुईं  । अब वह सुरक्षा में ढील देकर क्षेत्रों का नियंत्रण मजबूत करने की दिशा में सोच सकता है।

2. ईरान को मौका मिला
ईरान को खुला मोर्चा ये सारी लड़ाई रोकने का मौका देता है। ईरान की रणनीति मध्यस्थों का समर्थन हासिल कर रही है— इससे उसकी प्रॉक्सी नेटवर्क (जैसे हिजबुल्लाह, हमास) को बचे रहने में मदद मिलेगी  । साथ ही वह अपने आंतरिक आर्थिक और राजनीतिक मसलों पर ध्यान लगा सकता है।

3. अमेरिका की जीत
ट्रम्प ने इसे अपनी कूटनीतिक जीत बताते हुए सीजफायर को "12‑दिवसीय युद्ध" का अंत कहा  । इससे यूएस को मध्यपूर्व में व्यावहारिक सफलता मिलती है। अमेरिका शांति की माँग तो रखता है और साथ ही परमाणु साधनों पर नज़र बनाए रखता है—एक कदम रणनीतिक संतुलन की ओर|

सीजफायर पर सवाल
हालाँकि रॉयटर्स, गार्जियन, डीली बीस्ट आदि रिपोर्टों में यह माना गया है कि मिसाइलें फायर होती रहीं—मतलब पूरी तरह सहमति अभी बाकी है  । इज़रायल के प्रधानमंत्री ने संभावित उल्लंघन पर कड़ी प्रतिक्रिया की चेतावनी दी है  , और ईरान ने भी "जब तक इज़रायल हमले बंद नहीं करता" तक स्थिति कायम रखी है  ।
 

--Advertisement--