पिछले कुछ वर्षों में सेना से लेकर पुलिस विभाग तक कई देशों द्वारा ड्रोन का उपयोग किया गया है। विशेष रूप से, कुछ प्रमुख देशों ने सैन्य उपयोग के लिए भारी सशस्त्र ड्रोनों के उपयोग पर ध्यान केंद्रित किया है। अमेरिका जैसे देशों के पास फाइटर जेट जैसे ड्रोन के अलग स्क्वाड्रन हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका मौजूदा समय में ड्रोन के सैन्य उपयोग में विश्व में अग्रणी है और आतंकवाद विरोधी अभियानों में अलग अलग तरह के ड्रोन उनके मुख्य हथियार बने हुए हैं। चीन भी ड्रोन के इस्तेमाल में अमेरिका की बराबरी करने की कोशिश कर रहा है। बीते 3 वर्ष में चीन की आक्रामक नीति को देखते हुए हिंदुस्तान को नए सशस्त्र ड्रोन की सख्त जरूरत है।
भारत चाहता है MQ-9B प्रीडेटर आर्म्ड ड्रोन
हिंदुस्तान बीते कई सालों से अमेरिका से ड्रोन प्राप्त करने पर चर्चा कर रहा है।उस समय अमेरिका ने भारतीय नौसेना को परीक्षण के लिए दो एमक्यू-9 रीपर ड्रोन सौंपे थे। वर्तमान में इसे किराये के आधार पर इस्तेमाल कर रहे ड्रोन को जल्द ही अमेरिका वापस कर दिया जाएगा।
मगर पिछले कुछ दिनों की चर्चा के बाद अब अमेरिका से एमक्यू-9बी प्रीडेटर आर्म्ड ड्रोन खरीदने पर मुहर लग गई है। भारत को ऐसे कुल 30 ड्रोन मिलेंगे। सेना, नौसेना और वायु सेना में से प्रत्येक को 10-10 ड्रोन देने की योजना है। ये सौदा 3 अरब डॉलर का हो सकता है।
वर्तमान में भारत इजराइल द्वारा निर्मित IAI Eitan, IAI Heron, IAI Searcher और स्वदेशी लोगों द्वारा निर्मित DRDO लक्ष्य ड्रोन का उपयोग कर रहा है। मगर अमेरिका से लिया जा सकने वाला MQ-9B प्रीडेटर ऊपर बताए गए सभी ड्रोन से बेहतर होने वाला है।
MQ-9B प्रीडेटर की खूबियां क्या हैं?
इस ड्रोन की मुख्य विशेषता जमीन और हवा में लक्ष्य को ट्रैक करते हुए 14 घंटे तक निरंतर उड़ान भरने की क्षमता है। यह एक सांस में 1800 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करने की भी क्षमता रखती है। ड्रोन में हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल, हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइल और बम दागने की क्षमता है। साथ ही MQ-9B प्रीडेटर को मौजूदा समय का सबसे खतरनाक ड्रोन माना जा रहा है, क्योंकि यह ड्रोन अधिकतम 480 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा में उड़ने की क्षमता रखता है।
इस तरह के ड्रोन से चीन की सीमा के साथ-साथ विस्तृत समुद्री क्षेत्र पर नजर रखना और समय पर हमला करना मुमकिन होगा.फिर यह देखना अहम होगा कि अमेरिका से एमक्यू-9बी प्रीडेटर ड्रोन की खरीद पर समझौता कितनी जल्दी होता है।
--Advertisement--