
बिहार में भाजपा नेता और कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या के बाद सियासी माहौल गर्म होता जा रहा है। पटना समेत पूरे राज्य में इस मामले को लेकर राजनीति तेज हो गई है। नेता प्रतिपक्ष से लेकर सत्ताधारी पार्टी तक इस घटना पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
गोपल खेमका की हत्या के बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी है। पटना के बेऊर जेल में लगातार छापेमारी की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, इस हत्याकांड में जेल से भी कुछ कनेक्शन सामने आए हैं, जिसके चलते वहां छापेमारी हो रही है। पुलिस को शक है कि जेल के अंदर से ही हत्या की साजिश रची गई थी।
छापेमारी के दौरान कई मोबाइल फोन, कागजात और संदिग्ध वस्तुएं जब्त की गई हैं। पुलिस और जेल प्रशासन इस बात की जांच कर रहे हैं कि जेल में बंद अपराधियों का इस हत्या से क्या संबंध हो सकता है।
वहीं, विपक्षी दलों ने सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि राज्य में कानून का राज खत्म हो गया है और अपराधी खुलेआम वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस मामले पर संज्ञान लिया है और उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। सरकार का कहना है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
लोगों की नजर अब इस जांच पर टिकी हुई है कि आखिर असली साजिशकर्ता कौन है और कब तक उसे पकड़ा जाएगा।
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