
पंजाब की रहने वाली यूट्यूबर और ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को हाल ही में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ देशद्रोह और आधिकारिक गोपनीयता उल्लंघन जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। जांच में यह सामने आया कि उन्होंने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर कई संवेदनशील सूचनाएं साझा कीं।
पाकिस्तानी उच्चायोग से कनेक्शन
ज्योति मल्होत्रा को एक वीडियो में पहल्गाम आतंकी हमले के बाद एक व्यक्ति के साथ केक लेकर जाते हुए देखा गया, जो कथित रूप से पाकिस्तान उच्चायोग का कर्मचारी बताया जा रहा है। यह वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया है और इससे अनेक सवाल खड़े हो गए हैं। इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और इस वीडियो की व्यापक जांच शुरू कर दी गई है।
तीन मुख्य टास्क: ब्रेनवॉश, प्रचार और जासूसी
ज्योति को ISI ने तीन प्रमुख कार्य सौंपे थे:
1. ब्रेनवॉश करना: भारतीय युवाओं को प्रभावित करके उन्हें देश विरोधी गतिविधियों में शामिल करना।
2. प्रचार करना: सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान समर्थक प्रचार फैलाना।
3. जासूसी करना: संवेदनशील जानकारी एकत्रित करके उसे पाकिस्तान तक पहुंचाना।
फर्जी पहचान और अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन
ज्योति ने अपनी पहचान छिपाने के लिए सोशल मीडिया पर 'जट्ट रंधावा' जैसे फर्जी नामों का इस्तेमाल किया। जांच में यह भी सामने आया कि वह पाकिस्तान के अलावा चीन और बांग्लादेश से भी जुड़े हुए थे, जिससे यह मामला और भी गंभीर हो गया है।
निष्कर्ष
ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी ने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सुरक्षा एजेंसियां इस मामले की गहन जांच कर रही हैं ताकि यह पता चल सके कि इस जासूसी नेटवर्क के पीछे कौन-कौन से लोग शामिल हैं और उनका उद्देश्य क्या
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