भ्रष्टाचार और अन्य आरोपों से घिरी एसडीएम ज्योति मौर्य पर चौतरफा शिकंजा कसता जा रहा है। भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए एक कमेटी बना दी गई है। जिसके बाद ज्योति की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सफाईकर्मी पति आलोक मौर्य की शिकायत के बाद अब ज्योति मौर्य पर सरकार की निगाह टेढ़ी हो गई है और ज्योति मौर्य को एक ऐसा नोटिस जारी किया गया है, जिसके बाद वे भारी परेशानियों में गिर सकती हैं। यह नोटिस भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद गठित जांच कमेटी ने जारी की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ज्योति मौर्य को नोटिस जारी कर उनसे संपत्ति का ब्योरा तलब किया गया है। उनकी प्रॉपर्टी, वाहन और खातों की जानकारी कमेटी ने मांगी है। दरअसल, ज्योति मौर्य के पति आलोक मौर्य ने अपनी पत्नी ज्योति मौर्य पर बेवफाई करने के अलावा भ्रष्टाचार करने के भी गंभीर आरोप लगाए हैं।
आलोक का आरोप है कि पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य ने अपने पद का दुरुपयोग कर करोड़ों का अवैध लेनदेन किया है। और इस पैसे से उन्होंने कई जगह पर संपत्ति बनाई है और कई सेक्टर में निवेश भी किया है। अपने आरोप के पक्ष में आलोक ने कुछ दस्तावेज भी जांच कमेटी को सौंपे हैं, जिसमें लेन देन का पूरा ब्योरा दर्ज है।
पति आलोक के आरोप के मुताबिक ज्योति मौर्य कौशाम्बी के चायल तहसील में 2019 से 2021 के बीच तैनात रही हैं। यहां उन्होंने भ्रष्टाचार से करोड़ों रुपये कमाए हैं, जिसका हिसाब किताब उन्होंने एक डायरी में लिखी थी। बताया जा रहा है कि आलोक ने यही डायरी जांच कमेटी को सौंपी है। आलोक के इस आरोप के बाद शासन के निर्देश पर प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत को इस मामले की जांच सौंपी गई है।
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