
Up Kiran, Digital Desk: इंदौर के राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में पत्नी सोनम और उसके प्रेमी को अरेस्ट किया गया है। इससे पहले मेरठ की मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल की मदद से अपने पति सौरभ की हत्या कर दी थी। बाद में उसने शव के टुकड़े-टुकड़े कर नीले रंग के ड्रम में रख दिया था। अब एक ऐसी ही चौंकाने वाली घटना सामने आई है। ऐसी ही चौंकाने वाली घटना 19 साल पहले केरल के खूबसूरत पर्यटन स्थल मुन्नार में हुई थी।
पम्मल इलाके के अनंतरामन अपनी पत्नी विद्यालक्ष्मी के साथ शादी के नौ दिन बाद हनीमून पर गए थे। दोनों चेन्नई से ट्रेन से त्रिशूर गए थे। इसके बाद उन्होंने गुरुवायुर मंदिर के दर्शन किए। इसके बाद दोनों टैक्सी से मुन्नार गए और एक आलीशान रिसॉर्ट में रुके। अगले दिन वे मशहूर पर्यटन स्थल कुंडला डैम पहुंचे, जहां विद्यालक्ष्मी अपने पति अनंत को लेकर एक सुनसान इलाके में चली गईं। इसके बाद वह अचानक सड़क पर चिल्लाती हुई आईं और टैक्सी ड्राइवर को बताया कि दो लोगों ने उनके पति की हत्या कर दी है और गहने और नकदी लेकर भाग गए हैं। ड्राइवर ने तुरंत पुलिस को फोन किया। ऑटो चालक ने पुलिस को सूचना दी
आनंद और अंबुराज नामक दो युवक कुंडला में आए और ऑटो में बैठकर होटल अराफा के लिए रवाना हो गए। वे काफी डरे हुए लग रहे थे। उन्होंने ऑटो चालक से कहा कि वे जल्द से जल्द मुन्नार से निकलना चाहते हैं। लेकिन होटल पहुंचते ही ऑटो चालक ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस दोनों युवकों को पूछताछ के लिए थाने ले आई, जहां विद्यालक्ष्मी पहले से ही मौजूद थी, जो अपने पति की हत्या की शिकायत दर्ज कराने आई थी। उसे इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि उसके पति की हत्या करने वाले लोग उसके सामने आ जाएंगे।
आनंद और विद्यालक्ष्मी एक दूसरे से प्यार करते थे
थोड़ी ही देर में हनीमून और हत्या के मामले की पूरी योजना सामने आ गई। विद्यालक्ष्मी ने अपने प्रेमी आनंद के जरिए अपने पति की हत्या करवाई थी। जांच में पता चला कि आनंद और विद्यालक्ष्मी एक दूसरे से प्यार करते थे और चेन्नई में बचपन से ही एक दूसरे को जानते थे। लेकिन आनंद गरीब था और उसकी जाति भी विद्यालक्ष्मी से अलग थी। इसलिए उसने अनंतरामन से शादी करने का फैसला किया। ताकि बाद में उसे अपने रास्ते से हटाया जा सके। पति के मोबाइल के जरिए प्रेमी आनंद से संपर्क में थी विद्यालक्ष्मी बहुत चालाक थी और हनीमून के दौरान वह अपने पति के मोबाइल के जरिए प्रेमी आनंद से संपर्क में थी। आनंद और अंबुराज एक ही ट्रेन में सवार होकर मुन्नार पहुंचे थे, जहां विवाहित जोड़ा भी मौजूद था। दोनों गुरुवायुर मंदिर तक उनके पीछे-पीछे गए। लेकिन रिसॉर्ट में कमरा न मिलने पर वे पास के ही अराफा होटल में रुके। फिर कुंडला बांध के पास मौका मिलते ही दोनों ने अनंतरामन की गला घोंटकर हत्या कर दी। 2006 में हुए इस खौफनाक मामले में कोर्ट ने दोनों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
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