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Sayan Lahiri: कलकत्ता हाई कोर्ट ने बीते कल को पश्चिम बंग छात्र समाज के नेता सायन लाहिड़ी को जमानत दे दी, जिनके बारे में दावा किया गया था कि वे 27 अगस्त को राज्य सचिवालय नबान्न तक रैली के मुखियों में से एक थे, जिसमें यहां आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 31 वर्षीय प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के कथित बलात्कार और हत्या के विरोध में रैली निकाली गई थी। जिससे ममता प्रशासन में अफरा तफरी मच गई थी।

पश्चिम बंग छात्र समाज एक अपंजीकृत छात्र समूह, उन दो संगठनों में से एक था, जिन्होंने 'नवान्न अभिजन' का आह्वान किया था। सायन लाहिड़ी को 27 अगस्त की शाम को रैली का नेतृत्व करने में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने बताया कि रैली हिंसक हो गई थी, जिससे सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा और पुलिस अफसरों पर हमले हुए।

जज ने कहा कि सायन लाहिड़ी को जमानत पर रिहा किया जा सकता है

जज अमृता सिन्हा ने कहा कि सायन लाहिड़ी एक बिल्कुल महत्वहीन व्यक्ति प्रतीत होते हैं, जिनके पास "आरजी कार घटना के बाद न्याय के लिए ऊंची आवाज" में कोई शक्ति या प्रभाव नहीं है, तथा न्यायपालिका में जनता के विश्वास को बनाए रखने और बहाल करने के लिए उन्हें जमानत पर रिहा किया जाना चाहिए।

सायन लाहिड़ी की मां अंजलि द्वारा उनके खिलाफ कार्यवाही रद्द करने और जमानत देने की मांग वाली याचिका पर कार्रवाई करते हुए अदालत ने शनिवार दोपहर 2 बजे तक उन्हें हिरासत से रिहा करने का आदेश दिया।

सायन लाहिड़ी के बारे में जानें

बता दें कि छात्र नेता सायन लाहिड़ी ने रवींद्र मुक्ता यूनिवर्सिटी से शिक्षा हासिल की है। फिर रीजेंट एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन में पढ़ाई की और वो प्रणबानंद विद्या मंदिर के EX-प्रिंसीपल रह चुके हैं। और तो और वो सिपला में कार्य कर चुके हैं। वर्तमान में वो बंगाल में एक संस्था के प्रवक्ता हैं. उस संस्था का नाम है पश्चिमबंगा छात्र समाज।

 

 

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